- आवास से प्रतिबंधित हथियारों के कारतूस मिलने के बाद दर्ज आ‌र्म्स एक्ट के मामले में चल रही थीं फरार

BEGUSARAI/PATNA: मुजफ्फरपुर बालिका यौन शोषण कांड में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने मंगलवार को नाटकीय अंदाज में मंझौल न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रभात त्रिवेदी ने उन्हें एक दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में मंडल कारा भेज दिया। आ‌र्म्स एक्ट मामले में पूर्व मंत्री की फरारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी जिसके बाद पुलिस ने दबाव बढ़ा दिया था। उनके संभावित ठिकानों पर लगातार पुलिस टीमें छापेमारी कर रही थीं। हालांकि सरेंडर नाटकीय ढंग से ही हुआ है। ऑ‌र्म्स एक्ट मामले में उनके पति चंद्रशेखर वर्मा पहले ही समर्पण कर चुके हैं और जेल में हैं।

कोर्ट में हुई बेहोश
पूर्व मंत्री मंजू वर्मा सुबह करीब 11.40 बजे स्कॉर्पियो से कोर्ट पहुंचीं। वह सलवार-कुर्ता पहने थीं और चादर लपेटकर मुंह छिपाए हुए थीं। सीधे अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में पहुंचीं और प्रवेश करते ही चक्कर खाकर गिर पड़ीं। न्यायालय कर्मियों व उनके अधिवक्ता ने उन्हें संभाला। इसके बाद मंझौल रेफरल अस्पताल से डॉक्टर बुलाए गए, वहां डॉक्टरों के नहीं होने से नर्स जांच के लिए पहुंची। डॉक्टरों के गायब होने पर मचे हंगामे के आधे घंटे बाद पांच किलोमीटर दूर चेरिया बरियारपुर पीएचसी से डॉ। सुदर्शन चक्रवर्ती पहुंचे। जांच में सब कुछ सही पाए जाने और होश आने पर न्यायालय की कार्यवाही शुरू हुई। एसीजेएम ने उन्हें न्यायिक हिरासत में लेने और जेल भेजने का आदेश दिया।