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- तंग गली में स्थित स्कूल को भी बना दिया बोर्ड परीक्षा केंद्र

BAREILLY:

बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन संपन्न कराने के लिए शासन हजारों कवायदें कर रहा है। नियम कानून का कढ़ाई से पालन करने के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन अफसर हैं कि आदेश की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं। अफसरों ने ऐसे स्कूलों को सेंटर बना दिया है जहां सचल दल के पहुंचने के लिए रास्ता तक सही सलामत नहीं है। हम बात कर रहे हैं मढ़ीनाथ स्थित राजकुमारी इंटर कॉलेज की। इस स्कूल में यदि किसी सचल दल को पहुंचना है तो उसे गाड़ी से उतरकर अपनी अफसरगीरी को एक तरफ रखकर पैदल ही स्कूल तक जाना पड़ेगा। क्योंकि तंग गली में बने इस तक सचल दल की गाड़ी पहुंच पाना संभव नहीं है।

500 मीटर चलना होगा पैदल

मढ़ीनाथ का यह स्कूल अशोक नगर की गलियों में स्थित है। इन गलियों का हाल ऐसा है कि यहां से कोई फोर व्हीलर तो दूर, दो बाइक भी एक साथ नहीं निकल सकती हैं। ऐसे में किसी भी सचल दल की गाड़ी का यहां पहुंचना बहुत मुश्किल है। सेंटर से लगभग 500 मीटर दूर ही गाड़ी रोककर सचल दल को पैदल ही सेंटर तक जाना होगा।

गोपनीयता पर भी सवाल

बोर्ड परीक्षा में सचल दल की कार्रवाई गोपनीय रूप से की जाती है, जिससे सेंटर पर परीक्षा दे रहे स्टूडेंट्स और वहां के स्टाफ को भी यह पता न लग सके कि सचल दल कब आ रहा है, लेकिन यहां परीक्षा केंद्र तक सचल दल के सदस्यों को पैदल चलना होगा, ऐसे में संभव है कि उनके पहुंचने से पहले ही उनके आने की सूचना परीक्षा केंद्र तक पहुंच जाए और सचल दल जब वहां पहुंचे तो सब सामान्य दिखाई दे।

किसे बनना चाहिए सेंटर

नियमानुसार उन्हीं स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाना था जहां मेन रोड से एक लिंक रोड होना चाहिए, जिससे किसी भी अधिकारी या सचल दल की गाड़ी सीधा स्कूल के गेट तक पहुंच सके। साथ ही स्कूल में बच्चों के लिए मूलभूत सुविधाओं का होना बेहद जरूरी है। जैसे पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, बैठने की अच्छी व्यवस्था, इसी तरह की व्यवस्थाएं होनी चाहिए।

संवेदनशील होने की वजह से कड़ी निगरानी

इस बारे में जब सह डीआईओएस मनभरन सिंह ने बताया कि इस तरह के स्कूलों को तो सेंटर नहीं बनना चाहिए। यह सेंटर संवेदनशील भी है। ऐसे में इस स्कूल पर कड़ी निगरानी की जाएगी। सभी संवेदनशील सेंटर्स के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किया जाता है जो कि हर वक्त स्कूल में ही रहेगा। जब तक दोनों पालियों की परीक्षा समाप्त नहीं हो जाती तब तक स्टेटिक मजिस्ट्रेट वहां पर तैनात रहेगा।

7 फरवरी से शुरू है परीक्षा

यूपी बोर्ड की परीक्षा 7 फरवरी से शुरू होकर 2 मार्च तक चलेंगे। जिसमें क्लास 10 की परीक्षा 7 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी तक चलेगी। और क्लास 12 की परीक्षा 7 फरवरी से शुरू होकर 2 मार्च तक चलेगी। इन सभी परीक्षाओं में इस बार कड़ी निगरानी की व्यवस्था भी की गई है।

उन्हीं स्कूलों को सेंटर बनाया जाता है जहां पर सचल दल की गाड़ी पहुंच सके। ऐसा कोई स्कूल सेंटर बना है, इस बात की जानकारी संज्ञान में नही है। फिलहाल ऐसे स्कूलों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

मनभरन सिंह, सह-डीआईओएस