चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों को अपनी बात छात्रसंघ के माध्यम से रखने की दी सलाह

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कैम्पस में होने वाले स्टूडेंट्स के प्रोटेस्ट पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। चीफ प्रॉक्टर प्रो। राम सेवक दुबे ने मिड सेमेस्टर एग्जाम को देखते हुये चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है कि परिसर में नारेबाजी और आन्दोलनकारी जुलूस से पठन-पाठन एवं मिड सेमेस्टर की परीक्षा को बाधित कर अनुशासनहीनता की जा रही है। उन्होंने समस्याओं के लिए निर्वाचित छात्रसंघ की मदद लेने को कहा है।

कागजी दावे न करे विवि प्रशासन

एक तरफ चीफ प्रॉक्टर की चेतावनी जारी हुई। उधर, हास्टल मुद्दे पर लगातार प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कैम्पस में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। हॉस्टल, डेलीगेसी भत्ता, हॉस्टल में बिजली और मेस को पूर्णत: सब्सिडाईज्ड करने आदि को लेकर चलाये जा रहे अभियान के तहत मंडे को विवि परिसर के आर्ट फैकल्टी में नुक्कड़ सभायें की गयीं। प्रदर्शन में शामिल अंजलि ने कहा कि हॉस्टल के मुद्दे पर आन्दोलन शुरू होने के बाद से ही प्रशासन कागजी दावा कर रहा है।

आज बुलाई गई छात्रों की सभा

अंजलि ने कहा कि नवम्बर में हॉस्टलों का आवण्टन करने के बावजूद पूरी फीस लेने की वजह से बहुत से छात्र हॉस्टल की लिस्ट में नाम शामिल होने के बावज़ूद हॉस्टल छोड़ने के लिए मजबूर हैं। हर छात्र से फीस के साथ 20 रूपये डेलीगेसी शुल्क के नाम पर लिया जाता है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इस पैसे का क्या इस्तेमाल करता है ? इसका प्रशासन के पास कोई जवाब नहीं है। इसमें दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने छात्रों से ट्यूजडे को उर्दू विभाग के सामने आयोजित सभा में बड़ी संख्या में शामिल होकर पूरे आन्दोलन में भागीदारी करने की अपील की।

विश्वविद्यालय से सम्बन्धित कार्यो और समस्याओं के निराकारण/समाधान हेतु छात्र सम्बन्धित सक्षम अधिकारियों से सम्पर्क करें। छात्रों के पास आप्शन है कि वे निर्वाचित छात्रसंघ के पदाधिकारियों के माध्यम से आवेदन उपयुक्त पटल पर प्रस्तुत करें।

-प्रो। आरएस दुबे,

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