नई दिल्ली (एएनआई)। दिल्ली सरकार द्वारा नवंबर 2021 में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति के पारित और कथित काम करने के तरीके और अनियमितताओं के सिलसिले में सीबीआई ने देश के सात राज्यों में छापेमारी की। इस सिलसिले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में सिसोदिया ने ट्विटर पर पोस्ट किया कि सीबीआई आ गई है। हम ईमानदार हैं और लाखों बच्चों के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। दुर्भाग्य है कि इस देश में, जो अच्छा काम करता है, वह इसी तरह परेशान है, इसलिए हमारा देश अभी भी नंबर पर नहीं है।

केजरीवाल ने किया समर्थन

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर सिसोदिया का समर्थन करते हुए कहा कि मैं सीबीआई का स्वागत करता हूं। हम पूरा सहयोग करेंगे। इस तरह की कई जांच, छापेमारी पहले भी हो चुकी है। कुछ भी नहीं निकला। इस बार भी कुछ नहीं निकलेगा। सीबीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आबकारी नीति मामले में दिल्ली और एनसीआर में 21 जगहों पर छापेमारी चल रही है, जिसमें मनीष सिसोदिया का आवास और चार लोक सेवकों के परिसर शामिल हैं। जिन परिसरों पर छापे मारे गए है, उनमें दिल्ली के पूर्व आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण शामिल हैं, जिनके कार्यकाल के दौरान संशोधित आबकारी नीति को मंजूरी दी गई थी।

सत्येंद्र जैन है बेकसूर

इससे पहले जुलाई में उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने दिल्ली की संशोधित उत्पाद नीति की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। उन्होंने आबकारी नीति 2021 के कार्यान्वयन में खामियों पर 11 अधिकारियों के निलंबन को मंजूरी दी। निलंबित अधिकारियों में गोपीकृष्ण और उप आबकारी आयुक्त आनंद कुमार तिवारी शामिल हैं। सिसोदिया ने आज ट्वीट किया कि उनके और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर लगाए गए आरोप सही नहीं हैं। सिसोदिया ने लिखा कि ये लोग दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य के बेहतरीन काम से परेशान हैं। इसलिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और दिल्ली के शिक्षा मंत्री रडार पर हैं ताकि शिक्षा और स्वास्थ्य के अच्छे कामों को रोका जा सके। इससे पहले 6 अगस्त को पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के अनधिकृत इलाकों में शराब की दुकानें खोलने के मुद्दे पर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया था।

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