पहल

एग्जाम की टेंशन दूर करने की कवायद

वाट्सएप नंबर से काउंसलिंग करेगा यूपी बोर्ड

- पिछली बार तो हेल्पलाइन नम्बरों की सुविधा पड़ गई थी ठप

- स्टडी के बारे में भी मिलेगी महत्वपूर्ण जानकारी

एक्सक्लूसिव

Meerut। यूपी बोर्ड ने छात्रों की परीक्षा के दौरान काउंसिलिंग और स्टडी के लिए वाट्सएप नंबर जारी किए हैं। इसके तहत जल्द ही छात्रों को परीक्षा के विषय में जानकारी भी दी जाएगी। बोर्ड इस वॉट्सएप नम्बर से स्टूडेंट्स की हेल्प का दावा कर रहा है।

बोर्ड की पहल

यूपी बोर्ड में हर साल की तरह इसबार फिर से हाईस्कूल व इंटर के एग्जाम मार्च माह में होंगे। एग्जाम के लिए विभाग भी तैयारियों में जुट गया है। इस बार क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय से 11 लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा में बैठेंगे। अधिकारियों की मानें तो एग्जाम के एक महीने पहले व्हाट्सएप नंबर जारी किया जाएगा।

पिछले बार भी रहीं कोशिश फेल

यूपी बोर्ड ने पिछली बार एक एप जारी किया था.जो एग्जाम में स्टूडेंट्स की उपस्थिति अपडेट करने के लिए था। लेकिन यह एप एग्जाम की शुरुआत से रिजल्ट आने तक संचालित नहीं हो पाया।

बंद थे हेल्पलाइन नम्बर

बीते साल भी यूपी बोर्ड ने परीक्षा के दौरान डीआईओएस कार्यालय, जेडी कार्यालय व क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय पर हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। लेकिन पिछली साल सारे नंबर ठप मिले थे। वही क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय का नंबर 0121- 2660742 या तो व्यस्त जाता है या फिर कवरेज एरिया से बाहर रहता है।

यहां मिल सकती है हेल्प

संयुक्त शिक्षा निदेशक, प्रथम मंडल मेरठ कार्यालय (जेडी)

0121- 2663448

शिविर कार्यालय, माध्यमिक शिक्षा निदेशक, लखनऊ

दूरभाष : 0522- 2237107

0522- 2239006

माध्यमिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद

दूरभाष : 0532- 2623182

0532- 2622767

upmsp@gmail.com

फैक्स

लखनऊ कार्यालय : 0532- 2237607

इलाहाबाद कार्यालय : 0532- 2623182

क्या कहते हैं स्टूडेंट

यूपी बोर्ड की योजना तो ठीक है। लेकिन इसका क्रियान्वयन ठीक ढंग से होना चाहिए। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं हो पाता है।

विपिन,

बोर्ड ने पिछली बार भी ऑनलाइन काउंसलिंग देने का दावा किया था। हर बार बस दावे ही होते हैं। हकीकत में नतीजा सिफर ही रहता है।

महक

अब तो यूपी बोर्ड के सभी दावे मजाक से लगने लगे हैं। क्योंकि हर बार नई योजनाएं बनती है, लेकिन जमीनी हकीकत पर ऐसा कुछ होता नहीं है।

टिन्नी

यूपी बोर्ड के तमाम तरह के दावे हर बार फेल ही होते हैं, इसबार भी यूपी बोर्ड एक नया दावा कर रहा है, उम्मीद नहीं है कि कुछ होगा।

अंकिता