क्या आप अपनी स्किन को रेग्युलर्ली क्लीन करने के बाद भी सैटिस्फाई नहीं हो पाती हैं? कहीं आपने स्किन एक्सफोलिएशन तो मिस नहीं कर दिया. यह, स्किन क्लेंजिंग का इसेंशियल स्टेप होता है. इससे स्किन के पोर्स क्लीन होते हैं, स्किन टेक्सचर इंप्रूव होता है और फेस का ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ाता है. ब्यूटी एक्सपर्ट प्रीती डायस बताती हैं हर स्किन टाइप के अकॉर्डिंग एक्सफोलिएशन करने के तरीके और रिजल्ट्स डिफरेंट कैसे होते हैं.

For oily skin

Why- ऑयली स्किन में ऑयल बहुत जल्दी प्रोड्यूस होता है और अगर इसे क्लीन ना किया जाए तो काफी सारी स्किन प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ सकती हैं.

When- जिनकी स्किन ऑयली होती है उन्हें वीक में एक या दो बार अपनी स्किन को एक्सफोलिएट करना चाहिए.

How- इसके लिए क्रशड आल्मंड्स या ओटमील का यूज करें.

For dry skin

Why- ड्राई स्किन में जल्दी ऑयल प्रोडयूज नहीं होता है लेकिन स्किन की डीप क्लीन करने केेलिए एक्सफोलिएशन जरूरी होता है.

When- स्किन को दस दिनों में एक्सफोलिएट करने से

ज्यादा स्किन प्रॉब्लम्स नहीं होंगी.

How- ड्राई स्किन में ज्यादा मोटे दाने वाला स्क्रब यूज ना करें.

For normal skin

Why- नॉर्मल स्किन पर एक्सफोलिएशन से डस्ट की वजह से हुए पैचेस और स्पॉट्स रिमूव हो जाते हैं.

When- नॉर्मल स्किन वाले 10-15 दिन में एक बार एक्सफोलिएशन कर सकते हैं.

How- ऐसी स्किन पर छोटे और क्रश्ड दानों वाले स्क्रब यूज करने चाहिए.

After exfoliation

स्किन एक्सफोलिएशन के बाद हमारे स्किन पोर्स खुल जाते हैं और इसमें डस्ट ईजिली जा सकती है. एक्सफोलिएशन के बाद फेस पैक अप्लाई करने से हमारे स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं और स्किन ग्लो और शाइन करती है.