प्लांट के 1000 अंकों का इस बार मिलेगा मेरठ को लाभ

कंपोस्टिंग यूनिट को दोबारा गुलजार करेगा उद्योग विभाग

Meerut । स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए एक बार फिर निगम ने तैयारियां शुरु कर दी हैं। इस बार निगम पिछले साल अपनी खामियों को दूर कर सफलता के प्रयास में जुट गया। इस बार के सर्वेक्षण में निगम को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और कूड़ा निस्तारण प्लांट की शुरुआत से अच्छे अंक मिलने की उम्मीद है। इसलिए निगम पहले से बेहतर रैंक की दावेदारी में जुट गया है।

इस बार बढ़ेंगे अंक

निगम के पास गत सर्वेक्षण में कूड़ा निस्तारण प्लांट का अभाव था जिसके एक हजार अंकों का नुकसान निगम को मिला था। लेकिन इस बार गांवडी में प्लांट का शिलान्यास किया जा चुका है और लोहियानगर में अगले महीने होने की उम्मीद है। इसके बाद निगम का दावा है जनवरी माह तक गावड़ी में प्लांट शुरु हो जाएगा जिसका लाभ सर्वेक्षण में निगम को मिलेगा। इसके बाद तीसरा प्लांट मंगतपुरम में लगाने की निगम की योजना है।

बड़ी इकाईयों पर होगा एक्शन

वहीं शहर में बल्क कूड़ा जेनरेट करने वाली शहर की बड़ी औद्योगिक इकाइयो, मॉल्स, होटल, बैंक्वेट हॉल, हॉस्पिटल पर निगम अब लगाम कसने की तैयारी कर चुका है। शहर में जगह जगह लगे कूडे़ के ढेर और करीब 146 अस्थाई कूडुा स्थलों को खत्म करने के लिए निगम अब इन बड़ी ईकाइयों को सोमवार से नोटिस जारी करेगा। यदि इसके बाद भी कूडे़ का इन ईकाइयों ने खुद निस्तारण नही शुरु किया तो निगम एफआईआर दर्ज कराकर कार्यवाही करेगा।

कंपोस्टिंग यूनिट होंगी गुलजार

पिछले सर्वेक्षण में निगम द्वारा बनाई गई 300 से अधिक कंपोस्टिंग यूनिट कूडे़ के ढेर में तब्दील हो चुकी हैं। निगम को उम्मीद थी कि इन यूनिटों से कूडे़ से खाद बनाकर बाजार में बेची जाएगी। लेकिन ऐसा हो ना सका। इस बार भी निगम इन यूनिटों को दोबारा गुलजार कर खाद बनाने का प्रयास करेगा और इसकी जिम्मेदारी उद्यान विभाग को सौंपी गई है।

कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर निर्णय लिया गया। उनके निर्देशानुसार निगम की टीम स्वच्छता सर्वेक्षण और अपने शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद में जुट गई है। इस बार प्लांट से निगम का काफी उम्मीद हैं।

- अरुण खरखौदिया, जोनल सेनेट्री इंचार्ज