- मरीज के साथ आए तीमारदार ने सीएमओ से की शिकायत

- इंजेक्शन लगाने से पहले स्टाफ नर्स ने परखी इंजेक्शन की गुणवक्तता

GORAKHPUR: जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती एक मरीजों को बाहर के मेडिकल स्टोर वाले ने एक्सपाइरी इंजेक्शन थमा दिया। हालांकि इस दौरान स्टाफ ने सुझबुझ का परिचय दिखाते ही इंजेक्शन की गुणवक्तता परखी तब जाकर बड़ी घटना होने से बच गया। मरीज के साथ आए तीमारदार ने इस संबंध में सीमएओ को पत्र लिख इसकी शिकायत की है। हालांकि ड्रग विभाग मामले को गंभीरता से लिया है।

समझदारी ने बचा ली महिला की जान

संतकबीनगर की रहने वाले राबृक्ष की पच्ी गायत्री के फेफड़े में पानी भरा था। फैमिली मेंबर्स उसे एक हफ्ते पहले प्राइवेट वार्ड के कमरा नंबर दो में भर्ती करवाया। जहां उसका उपचार किया जा रहा है। हालांकि प्राइवेट वार्ड में एडमिट होते ही सभी दवाएं बाहर से मंगवाई जाती हैं। लिहाजा मरीज की हालत खराब होने से डॉक्टर ने पेंटाप्राजोल इंजेक्शन लाने को कहा। गायत्री का पति अस्पताल से सटी के प्राइवेट मेडिकल स्टोर पर पहुंचा और इंजेक्शन के अलावा कई दवाएं और खरीदी। बीना देखे ही वह दवाइयां लेकर वार्ड लौट आया और स्टाफ नर्स से इंजेक्शन लगवाने की गुहार लगाई। रामबृक्ष का कहना है कि स्टाफ नर्स ने इंजेक्शन लगाने से पहले उसकी जांच की तो उसकी एक्सपाइरी अवधि समाप्त हो चुकी थी। इस बीच स्टाफ नर्स ने इंजेक्शन लगाने से इनकार कर दिया। परेशान होकर गायत्री का पति दोबारा मेडिकल स्टोर पर पहुंचा और इंजेक्शन वापस करने की बात की। पहले तो दुकानदार वापस करने से इनकार कर दिया लेकिन बाद में अपने को फसता देख एक्सपाइरी इंजेक्शन वापस कर लिया। परेशानी की हालत में तीमारदार ने इसकी शिकायत शुक्रवार को सीएमाओं से की। उन्होंने प्रकरण जानने के बाद जांच के आदेश दिए हैं।

ड्रग विभाग ने लिया संज्ञान, होगी कार्रवाई

एक्सपाइरी दवाओं का मामला सामने आने के बाद ड्रग विभाग ने मेडिकल स्टोर्स के विरूद्ध शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। एक्सपाइरी दवाएं बेचने वालों के खिलाफ नोटिस दी जाएगी। हालांकि मेडिकल स्टोर्स में एक्सपाईरी दवाओं को अलग रखने की व्यवस्था है लेकिन ये दुकानदार अपना नुकसान न सह कर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

मेडिकल स्टोरर्स में अलग से एक्सपाइरी दवाओं के लिए अलग से रैक बनाने का निर्देश दिया गया है। हर समय उनकी जांच भी की जाती है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ नोटिस के साथ लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई की जाएगी।

बृजेश कुमार यादव, ड्रग इंस्पेक्टर