- रोजाना फेसबुक आईडी हैक कर मांग रहे रुपए

- सोशल मीडिया पर अचानक मैसेज से उड़ रही नींद

GORAKHPUR: शहर में फेसबुक आईडी हैक कर फ्रेंड लिस्ट में जुड़े लोगों को मैसेज देकर रुपए मांगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। साइबर क्रिमिनल्स रोजाना लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। आईडी हैक करके मैसेज भेजने के मामलों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। शिकायत सामने आने पर गोरखपुर पुलिस की साइबर सेल हांफ जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामलों की जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाती है। हालांकि कोई प्रभावी कार्रवाई न होने का फायदा उठाते हुए हैकर रोज लोगों को शिकार बना रहे हैं। साइबर एक्सप‌र्ट्स और लॉ स्पेशलिस्ट का कहना है कि सभी किसी मैसेज के जरिए रुपए मांगने के मामले में अपने परिचित को कॉल करके सही जानकारी लें। इसके बाद ही किसी के एकाउंट में नकदी ट्रांसफर करें।

औसतन रोज आ रही शिकायतें, पुलिस हलकान

लॉकडाउन में सोशल मीडिया की अहमियत बढ़ गई है। सोशल मीडिया के जरिए लोग जहां एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। वहीं दूसरी ओर अपनी क्रिएटिविटी की जानकारी भी फ्रेंड्स तक पहुंचा रहे हैं। इमोशंस शेयर करने के साथ-साथ लोग तमाम तरह की सूचनाएं भी शेयर कर रहे हैं। ऐसे में लोगों की फेसबुक आईडी हैक करके साइबर क्रिमिनल उनकी फ्रेंड लिस्ट में जुड़े लोगों को मैसेज भेज रहे हैं। किसी अस्पताल में भर्ती होने, किसी एक्सीडेंट में घायल होने सहित कई बहाने बनाकर अपने एकाउंट नंबर में रुपए डालने को कह रहे हैं। परिचित के फेसबुक से आए मैसेज को देखकर लोग बिना कोई सवाल-जवाब किए ही रुपए भी ट्रांसफर कर दे रहे हैं। पांच हजार से लेकर 15 हजार रुपए तक की रकम होने से लोग शुरूआत में इसे गंभीरता से नहीं लेते। बाद में पता लगता है कि उन्होंने जिसे मदद भेजी वह सकुशल घर पर मौजूद हैं। उनकी फेसबुक आईडी हैक करके किसी ने रुपए की डिमांड की है। शिकायत करने पर पुलिस आईडी ब्लॉक करने की सलाह दे रही है। प्रभावी कार्रवाई के अभाव में रोजाना घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

दरोगा, सिपाही, मंत्री सभी निशाने पर

फेसबुक पर लोगों की सक्रियता का फायदा साइबर क्रिमिनल उठा रहे हैं। एसआई, कांस्टेबल, टीचर, मंत्री, नेता सहित अन्य लोगों की फेसबुक आईडी हैक करके उनकी फ्रेंड लिस्ट के लोगों को मैसेज भेजा जा रहा है। दो माह के भीतर 40 से अधिक मामलों की शिकायत सामने आई है। इन शिकायतों के बाद ज्यादातर आईडी को ब्लॉक कर दिया गया। लेकिन फेसबुक आईडी ब्लॉक होने से भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। साइबर सेल से जुड़े लोगों का कहना है कि इसका कोई परमानेंट इलाज नहीं है। बल्कि जब कोई मैसेज आए तो पहले संबंधित व्यक्ति से बात कर लें। लोगों के इमोशन का फायदा साइबर अपराधी उठा रहे हैं।

ये बरतें सावधानी

फेसबुक या मैंसेजर पर रुपए मांगने पर एक बार परिचित को कॉल जरूर करें।

फेसबुक की सेटिंग में जाकर इसके आवश्यकतानुसार प्रोफाइल को प्राइवेट करें।

प्रोफाइल प्राइवेट होने से कोई भी अंजान व्यक्ति इसका दुरुपयोग नहीं कर सकेगा।

मोबाइल नंबर, व्हीकल नंबर, बर्थडे सहित अन्य तरह के पासवर्ड कतई यूज ना करें।

साइबर हैकर हिट एंड ट्रायल करके लोगों की फेसबुक आईडी को हैक कर लेते हैं।

फेसबुक के पासवर्ड को वर्ड, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल करते हुए बनाएं।

वर्जन

फेसबुक पर आने वाले मैसेज को लेकर काफी अलर्ट रहें। फेसबुक के जरिए साइबर अपराधी लोगों को मैसेज भेजकर रुपए मांग रहे हैं। यदि कोई इमरजेंसी या परिचित के फेसबुक से मदद संबंधित मैसेज आता है तो उससे बात करके वेरीफाई करें। फोन पर बात कर आश्वस्त होने के बाद ही किसी को पैसा ट्रांसफर करें। अपने फेसबुक पर इस संबंध में सूचना देते रहें कि मदद के लिए कोई मैसेज आने पर पहले बात करें, फिर किसी एकाउंट या मोबाइल नंबर पर रुपए ट्रांसफर करें।

- बीडी मिश्रा, एसपीओ, गोरखपुर

इस तरह के जो भी मामले सामने आ रहे हैं। उन पर साइबर सेल की टीम काम कर रही है। पुलिस टीम को निर्देशित किया गया है कि लोगों को जागरूक करें जिससे पब्लिक को ठगी का शिकार होने से बचाया जा सके।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी