- फरवरी में की बुलंदशहर निवासी वीरेन्द्र मलिक से शादी

- डिप्टी डायरेक्टर पर पैसे लेकर भर्ती कराने का आरोप

Bhawanpur : लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी की सुरक्षा में सेंध लगाकर करीब छह माह तक प्रशिक्षु आईएएस बनकर रहने वाली मुजफ्फरनगर के गांव कुटबी निवासी रूबी चौधरी करीब दो माह तक भावनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगासागर कालोनी में रही। दरअसल, कालोनी के एफ-8फ् निवासी करनपाल सिंह के साले वीरेन्द्र मलिक से उसकी ख्क् फरवरी को शादी हुई है।

क्या है मामला

विवाह से कई हफ्ते पहले रूबी और वीरेंद्र गंगासागर कालोनी में आकर रहने लगे। कालोनीवासियों के अनुसार, वीरेन्द्र की ओर से दावा किया गया कि उसकी शादी एसडीएम से होने जा रही है। कालोनीवासियों को बताया गया कि युवती रूबी चौधरी एसडीएम पद पर है और फिलहाल मसूरी में वह ट्रेनिंग कर रही है। मुजफ्फरनगर निवासी युवती का बुलंदशहर के युवक से मेरठ में आकर विवाह करना कई लोगों को हजम नहीं हुआ।

शादी में भी पुलिस

ख्क् फरवरी को शादी से पहले रूबी ने स्वयं अपना परिचय देते हुए कई बार भावनपुर थाना प्रभारी मोहन सिंह व एसएसआइ विशंभर दयाल गंगवार को फोन किया। रूबी ने शादी का हवाला देते हुए घर पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिसकर्मियों को चौबीसों घंटे तैनात करने के निर्देश दिए। भावनपुर पुलिस ने बिना किसी जानकारी किए रूबी चौधरी के कहे अनुसार घर पर दो पुलिसकर्मी तैनात कर दिए। मुजफ्फरनगर के कुटबी निवासी छोटी जोत के किसान सत्यवीर सिंह की पुत्री रूबी चौधरी उच्च शिक्षा पाकर अफसर बनने का सपना संजोए हुए मेरठ कोचिंग करने आई थी। अचानक ख्0क्ब् नवंबर में रूबी ने मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड लोकसेवा आयोग से पीसीएस में चुने जाने की खबर शाहपुर क्षेत्र में दी। तब से गांव समेत आसपास के क्षेत्र में लोग उसे एसडीएम समझने लगे।

इनका कहना है

रूबी चौधरी पर लगाये गए सभी आरोप गलत हैं। हमसे तो एकेडमी के डिप्टी डायरेक्टर सौरभ जैन ने भर्ती करने की एवज में भारी रकम वसूल की है। सौरभ जैन ने रुपये लेकर रूबी को पोस्ट देने का झांसा दिया था। एकेडमी की ओर से अचानक ख्7 मार्च को रूबी को सामान लेकर घर भेज दिया गया। इसके बाद फ्0 मार्च को उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। एक सोची-समझी साजिश के तहत हमें ठगा गया और फंसाया जा रहा है।

- करनपाल सिंह, गंगासागर निवासी, रूबी चौधरी के रिश्तेदार