- क्वीन मेरी में जानलेवा लापरवाही, सिर पर लगी चोट

LUCKNOW: क्वीनमेरी की जिम्मेदारों की लापरवाही मंगलवार को 14 दिन के एक मासूम को मौत के करीब ला खड़ा किया। अस्पताल के जनरल वार्ड के 218 नंबर बेड पर पंखा आ गिरा, जिससे नवजात के सिर पर चोटें आई हैं। उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। परिजनों का आरोप है कि पंखा बेड के सिराहने से लगता हुआ जमीन पर गिरा। पंखे से बच्चे की दूरी मात्र तीन फीट थी। ऐसे में पंखे के ब्लेड बच्चे के सिर में लगे।

परिजन की गोद में थी मासूम

क्वीनमेरी की पहचान धीरे-धीरे उसमें फैली अव्यवस्था के लिए होने लगी है। कभी यहां पर एक बेड पर दो गर्भवती महिलाओं को रख दिया जाता है तो कभी जगह न मिलने पर नवजात को जमीन में लिटा दिया जाता है। मंगलवार को तो हद हो गई। यहां पर परिजन 14 दिन के मासूम बच्चे को गोद में लेकर बैठे थे कि ऊपर से बंद पंखा अपने आप बच्चे के सिर आ गिरा। पंखा गिरने से यहां पर हड़कंप मच गया।

मां भी हुई बेहोश

जानकारी मिलते ही क्वीनमेरी के डाक्टर्स और स्टाफ जनरल वार्ड में पहुंच गए। बच्चे की हालत देखकर उनके भी होश उड़ गए। वह लगातार रोए जा रहा था। ऐसे में यहां पर मौजूद चिकित्सकों ने तुरंत ट्रॉमा सेंटर के पैड्रियाटिक डिपार्टमेंट भेजा गया। परिजनों ने बताया कि जनरल वार्ड के इस बेड पर यासीन गंज की शाहीदा बानो तीन हफ्ते पहले एडमिट हुई थीं। 14 दिन पहले आपॅरेशन के बाद उसने एक बेटी को जन्म दिया। बच्ची को शाहिदा कभी किसी और हाथों में नहीं देती थी। लेकिन मंगलवार को वह आपरेशन के दौरान लगे टांके को कटवाने के लिए ड्रेसिंग जाना था। ऐसे में वह बच्ची को परिजनों देकर बेड से जाने के लिए उतरी ही थी कि यह हादसा हो गया।

सिर के पीछे सूजन

परिजनों ने बताया कि बच्ची के सिर पर पीछे की तरफ जहां सूजन आ गई हैं, सिर के आगे माथे पर भी मामूली चोटे आई हैं। परिजनों ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर में भी इलाज के लिए काफी गुहार लगानी पड़ी। बच्ची के पिता नियाज ने बताया कि शाहीदा के इलाज को लेकर भी यहां लापरवाही बरती गई है। इसी के चलते शाहीदा के टांके पक गए। यहां पर चारों ओर गंदगी फैली हुई है।

पंखा नवजात पर नहीं, बल्कि उसके निकट गिरा है। बच्चे को मामूली चोटें आई हैं। उसे इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। वह जल्द ही ठीक हो जाएगा।

- डॉ। एसपी जैसवार,

सुपरिटेंडेंड, क्वीन मेरी हॉस्पिटल