- पोल पर तार ठीक करने चढ़ा था किसान

- ग्रामीणों ने 6 घंटे तक लगाया जाम, दो संविदा कर्मियों समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

बरेली : आंवला के गांव नवाबपुरा में मंडे को नलकूप की लाइन का वायर ठीक करने पोल पर चढ़ा युवक हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया. जिससे उसकी मौत हो गई. आरोप है कि पोल पर चढ़ने से पहले उसने विद्युत उपकेन्द्र बरसेर पर तैनात संविदा कर्मी से फोन कर शटडाउन लिया था. लेकिन इसी दौरान सप्लाई ऑन कर दी गई. जिससे करंट लगने से किसान की मौत हो गई. हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने रोड पर जाम लगा दिया. 6 घंटे बाद ¨सचाई मंत्री के हस्तक्षेप पर संविदा कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई इसके बाद ही जाम खुल सका.

अचानक चालू कर दी बिजली सप्लाई

गांव नवाबपुरा निवासी गजराज मौर्य के खेत में निजी नलकूप है. संडे रात को नलकूप की बिजली सप्लाई खराब हो गई. मंडे सुबह गजराज ने फोन करके संविदाकर्मी प्रमोद को बुलाया था, लेकिन उसने शट डाउन देने की बात कही और गजराज को ही पोल पर चढ़कर वायर ठीक करने के लिए कहा. इस पर गजराज पोल पर चढ़कर नलकूप का वायर ठीक करने लगा, लेकिन इसी दौरान किसी ने सप्लाई ऑन कर दी, जिससे गजराज करंट लगने से झुलसकर नीचे आ गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इसी दौरान खेतों में काम कर रहे लोग वहां एकत्र हो गए. ग्रामीणों ने गजराज का शव चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया.

एफआईआर के बाद खोला जाम

जाम लगाए जाने की सूचना मिलने पर एसडीएम विशुराजा व सीओ रामप्रकाश कई थानों का पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए. इसी दौरान गांव वालों ने ¨सचाईमंत्री धर्मपाल सिंह को घटना से अवगत कराया. सिंचाई मंत्री के हस्तक्षेप के बाद मृतक की मां की तरफ से संविदा कर्मी प्रमोद व रूपेन्द्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. इसके बाद ही ग्रामीणों ने शव पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया.

गजराज के फोन में है रिकार्डिग

शटडाउन को लेकर मृतक गजराज व संविदाकर्मी प्रमोद के बीच में जो वार्ता हुई वह गजराज के मोबाइल में रिकार्ड हुई है. बताया जाता है कि दोनो के बीच लगभग एक मिनट की बात की रिकार्डिंग है जिसमें संविदाकर्मी प्रमोद गजराज को पोल पर चढ़कर बिजली ठीक करने के लिए कह रहा है. साथ ही शटडाउन देने की बात कहकर यह भी कहता जा रहा है.

दो साल पहले भी हुई एक मौत

इसी तरह दो साल पहले गांव के तुलाराम की मौत हो गई थी. मृतक तुलाराम व गजराज बिजली का थोड़ा बहुत काम जानते थे वे अपने काम के अलावा अन्य लोगों के काम भी कर देते थे. चर्चा है कि उनका यह काम संविदा कर्मियों को अच्छा नहीं लगता था गांव वालों का कहना है कि जब तुलाराम की मौत हुई तब भी संविदाकर्मी प्रमोद ही ड्यूटी पर था.

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