- बदमाश के नाम पर बाजार से से उठाया था किसान

- परिजनों का आरोप थाने में थर्ड डिग्री से हुई मौत

आगरा। एक बार फिर थर्ड डिग्री ने पुलिस की किरकिरी करा दी है। घटना ने साबित किया है कि पुलिस अपने कर्तव्य में कहीं न कहीं चूक कर रही है। एत्मादपुर के भागूपुर निवासी किसान को लुटेरा बताकर उसे हिरासत में इस कदर पीटा कि उसकी मौत हो जाए, इस मामले ने गुरूवार को तूल पकड़ लिया। पुलिस के आला अफसर घटना पर अपनी खामी छिपाने के लिए सख्त हो गए। एसएसपी ने इंस्पेक्टर एत्मादपुर समेत पांच को निलंबित कर दिया। मृतक के भाई की तहरीर पर सीओ के साथ छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या और एससीएसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया है। सीओ एत्मादपुर को हटा दिया है। जांच एसपीआरए पश्चिम बबिता साहू को सौंप दी है।

पुलिस ने रास्ते से पूछताछ के नाम पर विजयपाल का उठाया था

28 वर्षीय विजयपाल पुत्र कालीचरन निवासी भागूपुर एत्मादपुर के बड़े भाई रामनरेश ने बताया कि बुधवार शाम सात बजे वे अपनी बाइक यूपी 80 सीई 9585 से नवरात्रि पूजन के लिए सामान लेने बाजार जा रहा था। रामनरेश बाइक चला रहा था। विजयपाल पीछे बैठे थे। जैसे ही वे कुबेरपुर चौराहे पर पहुंचे, वहां सीओ एत्मादपुर अखिलेश भदौरिया फोर्स के साथ खड़े थे। इसी दौरान पुलिस ने बाइक रुकवा ली। विजयपाल को खींचकर जीप में बिठा लिया। रामनरेश के मुताबिक उन्होंने विजयपाल को पकड़ने का कारण पूछा, लेकिन उन्हें हड़काकर खामोश कर दिया।

रामनरेश ने परिजनों को दी जानकारी

जब पुलिस ने विजयपाल को पकड़ लिया तो रामनरेश ने भागकर परिजनों को जानकारी दी। विजयपाल की पत्‍‌नी विपिन देवी भाई मनोज और अन्य ग्रामीण रात साढ़े नौ बजे एत्मादपुर थाने पहुंचे। इस वक्त पुलिसकर्मी विजयपाल की पिटाई कर रहे थे। परिजनों ने जब पुलिस से कहा कि हमें विजयपाल सिंह मिला दो। कौन से अपराध में उसकी पिटाई की जा रही है तो सिपाहियों ने रामनरेश को तमाचा मारकर थाने से भगा दिया। इसके बाद सभी गांव लौट आए।

एसपीआरए बोली हार्ट अटैक से मौत

देर रात रामनरेश के मोबाइल पर गांव के शिवदेव बघेल का फोन आया। फोन के जरिए विजयपाल की मौत की सूचना दी गई। इस पर रामनरेश अपने बहनोई त्रिलोक सिंह और अन्य ग्रामीणों के साथ दोबारा थाने पहुंचे। यहां सन्नाटा पसरा हुआ था। त्रिलोक सिंह ने 100 नंबर पर फोन कर जानकारी दी। बाद में पुलिसकर्मी भी थाने पहुंचे। ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। एसपीआरए पश्चिम बबिता साहू ने विजयपाल के हार्ट अटैक से मरने की पुष्टि की। ग्रामीण और आगबबूला हो गए। पब्लिक का गुस्सा देख पुलिसकर्मी गायब हो गए।

तड़के ही पहुंचे राजनेता

इधर, पुलिस की हिरासत में किसान की मौत होने की खबर पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। एत्मादपुर कोतवाली को छावनी बना दिया। मौके पर सीओ सदर असीम चौधरी, सीओ ताज सुरक्षा अवनीश कुमार सिंह, सीओ हरीपर्वत अशोक कुमार सिंह, एसडीएम एत्मादपुर पीडी गुप्ता, एसपीआरए बबिता साहू आदि पुलिस अधिकारी मौके पर डटे रहे। वहीं बसपा विधायक डॉ। धर्मपाल सिंह, जिलाध्यक्ष मलखान सिंह व्यास व क्षेत्रीय पार्षद भी पहुंच गए। विजयपाल के अंतिम संस्कार तक पुलिस अधिकारी गांव भागूपुर में ही रुके रहे।

इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

मृतक के भाई की तहरीर पर सीओ एत्मादपुर अखिलेश भदौरिया, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर एत्मादपुर राजा सिंह, चौकी प्रभारी छलेसर कृष्ण स्वरूप पाल सिंह, एसएसआई शत्रुघ्न सिंह, एसआई प्रदीप सेंगर, कांस्टेबल विवेक यादव और एक अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या और एससीएसटी का मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी को निलंबित करते हुए सीओ को हटा दिया है। एत्मादपुर थाने का चार्ज ज्ञानेन्द्र सिरोही को सौंपा गया है।

कोई लुटेरा नहीं था विजयपाल

इधर, पुलिस के आलाधिकारी विजयपाल सिंह की हिस्ट्रीशीट नहीं बता सके। परिजनों ने बताया कि विजयपाल के खिलाफ खेत को लेकर एक व्यक्ति से विवाद हो गया था, उसी मामले में एक एनसीआर थी। इसके अलावा कोई मुकदमा दर्ज नहीं था।

जांच सीबीआई से कराई जाए

विजयपाल सिंह के परिजनों ने बताया कि उन्हें एसपीआरए पश्चिम बबिता साहू पर भरोसा नहीं है। उनसे जांच नहीं कराई जानी चाहिए। मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।