विगत कई दिनों से चल रहा था उपचार

खेती से ही पल रहा था दस लोगों का परिवार

टूंडला: बारिश से बर्बाद हुई हजारों बीघा फसल के चलते अब तक किसानों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। फसल बर्बाद होने के सदमे में दस दिनों से ¨जदगी और मौत से जूझ रहे एक किसान की बुधवार को आगरा में उपचार के दौरान मौत हो गई।

जनपद में बारिश से सैकड़ों किसानों की गेहूं, सरसों व आलू की फसल बर्बाद हो गई थी, सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं की फसल को हुआ था। थाना नगला¨सघी क्षेत्र के गांव टीकरी निवासी किसान नीरज पौनियां (58) पुत्र शमशेर सिंह पौनियां खेती कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। परिवार में सात पुत्रियों के साथ ही दो पुत्र हैं। नीरज ने भी करीब सात बीघा गेहूं व सात बीघा आलू की फसल बोई थी, जो बरसात के चलते बर्बाद हो गई। नीरज के पुत्र शिवम पौनियां ने बताया कि बरसात के बाद पिता 16 मार्च को खेतों पर गए थे, लौटने पर अचानक उनकी तबियत खराब हो गई, विगत कई दिनों तक प्राइवेट रूप से उपचार कराने के बाद भी जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें मंगलवार को जिला अस्पताल ले गए, जहां से उन्हें आगरा रैफर कर दिया गया। आगरा में बुधवार दोपहर में उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। पुत्र ने बताया कि पिता की मृत्यु फसल बर्बादी के सदमे से हुई। पिता छोटी बहन प्रिया की शादी को फसल बेचकर पैसा एकत्रित करना चाहते थे। परिजनों ने बुधवार शाम शव का अंतिम संस्कार कर दिया।