नई दिल्ली (एएनआई)। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 85वें दिन भी लगातार जारी है। गाजीपुर सीमा पर किसान आंदोलन समिति के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि वे 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक 'रेल रोको' कार्यक्रम के दौरान शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे। हम यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए जलपान की पेशकश करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने देश भर से इस कार्यक्रम के लिए समर्थन देने की मांग की है। उन्होंने सभी से गुरुवार,18 फरवरी को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक राष्ट्रव्यापी 'रेल रोको' कार्यक्रम में शांतिपूर्ण विरोध के लिए अपील की है।


समस्याओं को बिना किसी देरी के तुरंत हल करना चाहिए
संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की कि सरकार को किसानों की समस्याओं को बिना किसी देरी के तुरंत हल करना चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि यह स्पष्ट है कि बीजेपी जारी संघर्ष की मांगों को हल करने के बजाय, इसका मुकाबला करने और उसे नष्ट करने की पूरी कोशिश कर रही है। एसकेएम सत्ता पक्ष के इस रवैये की निंदा करता है और मांग करता है कि सरकार बिना किसी और देरी के किसानों के मुद्दों को तुरंत हल करे। एसकेएम ने कहा कि 'रेल रोको' कार्यक्रम संघर्ष को तेज करेगा और इसके समर्थन में अधिक किसानों को जुटाएगा।


विभिन्न सीमाओं पर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे
संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को मुजफ्फरपुर में अखिल भारतीय कृषक खेत मजदूर संगठन द्वारा आयोजित शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के गुंडों द्वारा एक कथित हमले की निंदा की। विरोध को देखते हुए, रेलवे ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश भर में रेलवे सुरक्षा विशेष बल की 20 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है। तीन नए बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले तीन नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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