नई दिल्ली(एएनआई)। Farmers Protest: देश की राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर कृषि किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 40वें दिन में प्रवेश कर गया है। हालांकि किसान व केंद्र सरकार के बीच आज 4 जनवरी को होने वाली बैठक में कानूनों की वापसी और एमएसपी पर कानून बनाने पर चर्चा होगी। इस बैठक को लेकर बड़ी उम्मीदें हैं। राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता का कहना है कि आज का एजेंडा रहेगा स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, तीन कृषि कानूनों की वापसी और MSP पर कानून बने। हम वापस नहीं जाएंगे। अब तक 60 किसान शहीद हो चुके हैं। सरकार को जवाब देना होगा।

अगर आज हल नहीं निकला तो हमारा संघर्ष चलता रहेगा

वहीं सुखविंदर सिंह सभरा, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी का कहना है कि अगर आज तीनों कानूनों को निरस्त करने की बात नहीं बनती और MSP गारंटी का कानून नहीं आता तो हमारे अगले कार्यक्रम पहले से ही तैयार हैं। 6 जनवरी को ट्रैक्टरों पर मार्च किया जाएगा, 7 जनवरी को देश को जगाने की कवायद शुरू होगी। कृषि कानूनों के खिलाफ बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का प्रदर्शन जारी है। इस संबंध में फरीदकोट के जिला प्रधान बिंदर सिंह गोले वाला ने बताया, आज की होने वाली बैठक में तीन कृषि कानूनों को रद करने की बात चलेगी। उम्मीद है कि बैठक में कुछ हल निकलेगा, अगर नहीं निकला तो हमारा संघर्ष चलता रहेगा।

ट्रैफिक पुलिस ने इन रूट के लिए जारी किया अलर्ट

इसके साथ ही किसानों के जारी विरोध के मद्देनजर, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को कहा कि चिल्ला और गाजीपुर सीमाएं बंद रहेंगी और यात्रियों से वैकल्पिक मार्ग लेने का आग्रह किया। किसान विरोध के कारण नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली आने के लिए चीला और गाजीपुर बॉर्डर बंद हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्विटर पर लिखा, कृपया आनंद विहार, डीएनडी, भोपरा और लोनी बॉर्डर से होकर दिल्ली आने के लिए वैकल्पिक रास्ता अपनाएं। पुलिस ने आगे बताया कि टिकरी और धनसा सीमा किसी भी यातायात आंदोलन के लिए बंद है, जबकि झटीकरा सीमा केवल एलएमवी (कार / लाइट मोटर वाहन), दोपहिया और पैदल यात्रियों के लिए खुली है।

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