हड़ताल का असर अब साफ दिखने लगा है
भोपाल (आईएएनएस)। देश में एक जून से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान प्रभावित, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में किसान दस दिवसीय हड़ताल पर हैं। सरकारी नीतियों के खिलाफ किसान एकता मंच व राष्ट्रीय किसान महासंघ के बैनर तले   'गांव बंद'  आंदोलन  चल रहा है। इससे किसान शहरों को दूध और सब्जी आदि की सप्लाई नहीं कर रहे हैं।  ऐसे में किसानों का  'गांव बंद'  आंदोलन आज चौथे दिन भी जारी है। हालांकि अब इसका असर दिखने लगा है।

पुलिस की निगरानी में सब्जियां बेची गईं
शहरों में दूध व सब्जियों की किल्लत होने लगी है। हड़ताल की वजह से सब्जियों के दाम भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं।गांव बंद आंदोलन दौरान मध्य प्रदेश के इलाकों में रविवार को भी किसानों ने प्रदर्शन किया।हालांकि भारतीय किसान यूनियन सक्रिय  के सक्रिय सदस्यों के विरोध के बावजूद कुछ जगहों पर पुलिस की निगरानी में सब्जियां आदि बेची गईं।फिलहाल  किसानों का आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा है। 10 जून को किसान पूरे भारत में बंद का आह्वान करेंगे।

किसानों की मौत की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
वहीं इस संबंध में आम किसान संघ के प्रमुख केदार सिरोही ने आईएएनएस को बताया कि किसान बड़े पैमाने पर आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। इस वजह से  शहरों में दूध व सब्जी की आपूर्ति  (गांवों से) तक नहीं पहुंच रही है। सरकार विरोध तोड़ने की कोशिश कर रही है लेकिन असफल हो रही है।इसके साथ ही उन्होंने बताया कि किसानों ने यह आंदोलन  6 जून, 2017 को राज्य के मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी में कई किसानों की मौत की पुण्यतिथि से पहले बुलाया है।

किसानों ने इन मांगों को लेकर की हड़ताल

वहीं इस बार 6 जून बुधवार को, मंदसौर में मृत किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल होंगे।
बता दें कि देश भर में किसानों ने कुछ खास मांगों को लेकर यह हड़ताल का रास्ता अपनाया है।किसानों की मांग है कि सरकार स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करे और कृषि कर्ज माफ करें।  इसके अलावा सभी फसलों का सही मूल्य मिले-न्यूनतम आय गारंटी योजना लागू हो।

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