नई दिल्ली (एएनआई)। कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 23वें दिन भी जारी है। इस बीच बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस संबंध में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने बताया, सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते। अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे। वहीं सिंघू सीमा पर किसानों ने कहा कि वे ठंड के मौसम की स्थिति का सामना करने के लिए अधिक तम्बू व्यवस्था कर रहे हैं। एक किसान ने कहा कि हम अपने आप को लंबे समय के लिए तैयार कर रहे हैं क्योंकि काले कानूनों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। माैसम काफी ठंडा हो रहा है, इसलिए हम और अधिक टेंट लगा रहे हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से किया ये आग्रह
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक ओपेन लेटर के माध्यम से किसानों के साथ विनम्र बातचीत करने का प्रयास करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की सराहना की, उनसे इसे पढ़ने का अनुरोध किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पत्र को रीट्वीट किया और कहा कि केवल प्रधानमंत्री मोदी ही किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं, यह कहते हुए कि जिन लोगों ने उन्हें 60 साल तक लूटा है। अब उन्हें गुमराह कर रहे हैं। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को एक खुला पत्र लिखा, जिसमें कहा गया कि कुछ किसान यूनियनों के बीच गलतफहमी पैदा हो गई है और उनके बीच झूठ की दीवार खड़ी करने की साजिश रची जा रही है।

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