Mawana : गन्ना भुगतान व किसान मजदूर उत्थान मोर्चा अध्यक्ष को रिहा करने की मांग को लेकर मंगलवार को किसान तहसील पहुंचे। शासन-प्रशासन व मिल मालिक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। एतिहायत के तौर पर मौके पर पुलिस व पीएससी भी बुला ली गई। तहसील दिवस के उपरांत एडीएम ने कुछ किसानों को वार्ता के लिए बुला लिया। वार्ता में मोर्चा अध्यक्ष शौकीन को रिहा करने, गन्ना भुगतान व दर्ज मुकदमा खत्म कराने की मांग की। एडीएम ने भुगतान की बाबत मौके पर किसानों व गन्ना समिति सचिव को रूबरू कराया और भुगतान न करने पर मिल के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए।

किसान कर रहे भुगतान की मांग

किसान मजदूर उत्थान मोर्चा के बैनर तले गत वर्ष से तहसील में गन्ना भुगतान को लेकर बेमियादी धरना चल रहा था। लंबे समय धरने के बाद भी एकमुश्त भुगतान न होने से क्षुब्ध मोर्चा अध्यक्ष शौकीन, अनेष, राजवीर आदि चार लोग मवाना चीनी मिल में यूनिट टू में बायलर की चिमनी पर चढ़ गए थे। दिनभर समझाने बुझाने के बाद बामुश्किल उपरोक्त किसान चिमनी उतरे थे। शौकीन गुर्जर का पुलिस ने शांतिभंग और मिल की ओर आत्महत्या के प्रयास में रिपोर्ट उर्ज कर चालान कर दिया गया था। वहीं चीनी मिल की ओर से उपरोक्त चारों किसानों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं भैंसा में दो दिन पूर्व एक किसान शराब पीकर टंकी पर चढ़ गया था। उसका भी पुलिस ने चालान कर दिया था।

एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

मंगलवार को शौकीन को रिहा करने व गन्ना भुगतान की मांग को लेकर संगठन से जुड़े किसान व शौकीन के परिजन तहसील पहुंचे और शासन-प्रशासन व मिल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। गांव रहमापुर के तिलकराम गुर्जर, गांव भैंसा के नेपाल सिंह व देव शर्मा आदि वक्ताओं ने गन्ना भुगतान व शौकीन को रिहा करने की मांग की। कहा कि मिल मालिकों पर पहले से ही मुकदमा दर्ज है .उन्हें तो पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही। जबकि अपने हक की लड़ाई लड़ने वाले किसानों को जेल भेजा जा रहा है। किसान इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही करेंगे।

लोगों को किया शांत

एसएसआई रामचंद्र व एसआई अनिल कुमार ने गुस्साए किसानों को शांत किया। शौकीन के परिजन व कुछ किसानों को एडीएम के समक्ष वार्ता के लिए भेजा। इस दौरान भुगतान की बाबत समिति सचिव अनिल यादव से किसानों को रूबरू कराया। जिसमें उन्होंने कहा कि भुगतान जल्द कराया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। शौकीन की रिहा के लिए एडीएम ने कहा कि जमानत के संबंधित कागजात जमा करें, जमानत हो जाएगी। मिल की ओर से दर्ज मुकदमे के बारे में च्च्च अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया।