निकाय चुनाव की तैयारी तेज, संडे तक हो जाएगी बीएलओ की नियुक्ति

ALLAHABAD: नगर निकाय चुनाव में इस बार फर्जी वोटिंग आसान नहीं होगी। चुनाव आयोग ने बीएलओ को घर-घर जाकर सर्वे करने का निर्देश दिया है। बीएलओ को बूथ लेवल पर कड़ाई के साथ मतदाता सूची का सत्यापन करना होगा। पिछले नगर निकाय चुनाव में भारी संख्या में वोटिंग की शिकायत पर यह फैसला लिया गया है।

तैनात होंगे 1261 बीएलओ

अगले साल विस चुनाव के बाद नगर निगम और नगर पंचायत का इलेक्शन है। नगर निगम के कुल 80 वार्डो में 1122 और नौ नगर पंचायतों में कुल 139 बूथ हैं। कुल मिलाकर 1261 बीएलओ की तैनाती रविवार से पहले की जानी है। इसके लिए सभी विभागों को निर्देश दिया गया है कि अपने यहां से कर्मचारियों की बीएलओ के रूप में तैनाती सुनिश्चित करें। बीएलओ का अंतिम सत्यापन सहायक जिला निर्वाचन नगर निकाय कार्यालय द्वारा किया जाएगा। तैनाती के बाद सभी बीएलओ का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा।

आज होगा मंथन

राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निकाय चुनाव की मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके आधार पर बीएलओ समेत पर्यवेक्षकों, सेक्टर अफसर और सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की नियुक्ति पांच जून तक की जानी है। इसके लिए शनिवार को बैठक होगी। बैठक में सभी तहसीलों के एसडीएम, तहसीलदार, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी नगर निकाय और नगर आयुक्त शामिल होंगे। बैठक में संबंधित अधिकारियों की नियुक्ति पर फैसला होगा।

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हजारों हैं फर्जी वोटर

वर्ष 2011 में के नगर निकाय चुनाव के दौरान फर्जी वोटरों के खिलाफ प्रदेश के प्रत्येक जिले में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसे देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने बीएलओ को प्रशिक्षित करने और घर-घर जाकर सर्वे करने करने के निर्देश जारी किए हैं। आयोग का कहना है कि गंभीरता से सर्वे कर इसके दावे और आपत्तियों पर मतदाता सूची का सत्यापन होना है। इसके बाद ही अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। नए मतदाताओं को जोड़ने के लिए ऑनलाइन आवेदन पर भी अधिक जोर देने को कहा है।

इस बार निकाय चुनाव में बीएलओ का काम अधिक महत्वपूर्ण होगा। बूथ के प्रत्येक घर में जाकर वोटर्स की जानकारी एकत्र करनी होगी। कार्य में लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।

दिनेश तिवारी, जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी, नगर निकाय इलाहाबाद