कानपुर। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि 15 जनवरी से निजी और कमर्शियल सहित सभी तरह वाहनों के लिए 'फास्टैग' अनिवार्य हो जाएगा। सभी टोल प्लाजा पर टोल की अदायगी केवल 'फास्टैग' के माध्यम से ही होगी। जब से फास्टैग का जिक्र शुरू हुआ है, उसके बाद से वाहन मालिक अपने गाड़ियों में फास्टैग लगवाने के लिए तमाम संस्थानों से संपर्क कर रहे हैं। तो, आइये 'फास्टैग' से जुड़ीं कुछ महत्वपूर्ण बातों पर एक नजर डालें...

क्या है फास्टैग

यह एक रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग है, जिसके जरिए टोल प्लाजा पर ऑटोमैटिक भुगतान होता है। इसे गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है, जो बैंक अकाउंट या नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पेमेंट वॉलेट से लिंक होता है। वाहन मालिकों को गाड़ी में फास्टैग लगाने के बाद टोल प्लाजा पर पैसों का भुगतान करने के लिए रुकने की जरूरत नहीं होगी और गाड़ी के गुजरते ही फास्टैग के माध्यम से पैसे अकाउंट से खुद कट जाएंगे। इसके अलावा, अगर कोई गाड़ी बिना फास्टैग के FASTag लेन से गुजरती है तो उससे दोगुनी फीस वसूली जाएगी।

कैसे खरीद सकते हैं फास्टैग

फास्टैग स्टीकर को किसी भी सकारी बैंक से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा ऑनलाइन आवेदन करके भी फास्टैग मंगवा सकते हैं। इसके लिए बैंकों ने जो फास्टैग के लिए खास तौर से ऐप्लिकेशन वेबसाइट बनाया है, उसपर जाना होगा और पूरा डीटेल भरकर आवेदन करना होगा। जब फास्टैग अकाउंट बन जाएगा तो इसे मोबाइल ऐप से भी कंट्रोल किया जा सकता है। उसमें आप फास्टैग का बैलेंस चेक कर सकते हैं। इसके अलावा, इसे डायरेक्ट बैंक अकाउंट या अन्य वॉलेट से रिचार्ज किया जा सकता है। फास्टैग खरीदने के चार्जेज को लेकर सभी बैंकों के अलग अलग नियम हैं। वैसे, भारत सरकार के दिशानिर्देश के अनुसार, फास्टैग पर अधिकतम 100 रुपये का खर्च आएगा।

फास्टैग के लिए कौन से दस्तावेज होंगे अनिवार्य

ग्राहक को फास्टैग के लिए आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे...

* साइन किया हुआ फास्टैग आवेदन फॉर्म, जो उसी बैंक की तरफ से मिलता है, जिसका फास्टैग खरीदना होता है। फास्टैग आवेदन फॉर्म को भरने के बाद उसी बैंक में जमा करने की प्रक्रिया है।

* वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) अनिवार्य है।

* वाहन मालिक का पासपोर्ट साइज फोटो

* वाहन मालिक की श्रेणी के अनुसार केवाईसी दस्तावेज

* एक वैध ड्राइविंग लाइसेंस

* वाहन की तस्वीर (ऑप्शनल)

किन बैंकों से खरीद सकते हैं फास्टैग

आईसीआईसीआई बैंक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, एसबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, ऐक्सिस बैंक, इक्विटास बैंक, केवीबी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, सिटी यूनियन बैंक, फेडरल बैंक, साउथ इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, सारस्वत कॉप बैंक, एयरटेल पेमेंट्स बैंक, सिंडीकेट बैंक, पीएनबी बैंक, नागपुर नगरिक कॉप बैंक, यूनियन बैंक, फिनो पेमेंट्स बैंक, केनरा बैंक

पहले दिन पटरी से उतरा फास्टैग सिस्टम

फास्टैग के फायदे

* टोल भुगतान के लिए टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं

* टोल भुगतान के लिए कैश रखने की जरुरत नहीं

* यह यात्रा का समय बचाता है

* इससे फ्यूल की बचत हो सकता हैं क्योंकि भुगतान के लिए प्लाजा पर वेट करने की आवश्यकता नहीं है

* इसे आसानी से अपने बैंक खातों से लिंक किया जा सकता है।

फास्टैग के लिए कौन से टोल प्लाजा तैयार हैं?

लगभग 600 से अधिक टोल प्लाजा फैस्टैग के लिए तैयार हैं। टोल प्लाजा की सूची आईएचएमसीएल या एनएचएआई वेबसाइट पर उपलब्ध है।

दो वाहनों में नहीं किया जा सकता एक फास्टैग का इस्तेमाल

ग्राहक एक वाहन के साथ केवल एक टैग का उपयोग कर सकते हैं। एक बार वाहन के विंडशील्ड पर टैग चिपका दिए जाने के बाद, इसे हटाया नहीं जा सकता क्योंकि यह खराब हो जाएगा और टोल प्लाजा पर काम नहीं करेगा।

फास्टैग की वैलिडिटी

खरीदने के बाद टैग की वैधता 5 साल है। इस दौरान आपको केवल अपने उपयोग के अनुसार टैग को रिचार्ज / टॉप अप करना होगा।

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