-ददारपुर कटाहा गांव में हुई घटना, घर में घुसकर वारदात को अन्जाम दिया गया

-बरामदे में सो रहे थे प्रधान के पिता, तमंचे को पीठ में सटाकर गोली मारी गई

KANPUR : बिल्हौर में शुक्रवार की देर रात ग्राम प्रधान के पिता की हत्या कर दी गई। वो घर के बरामदे में सो रहे थे कि तभी हमलावरों ने घर में घुसकर उन्हें गोली मार दी। गोली की आवाज को सुनकर प्रधान घरवालों समेत भागकर मौके पर पहुंचा तो हमलावर मौके से भाग गए। सूचना पर एसओ, सीओ और एसपी वेस्ट ने मौके पर जाकर पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया। पुलिस पूछताछ में प्रधान ने पड़ोसी सीआरपीएफ जवान के भाइयों पर हत्या का आरोप लगाया है। उसकी तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि प्रधान के कुछ बयानों से वारदात के पीछे कुछ और कहानी आने की उम्मीद जताई जा रही है।

कब्जे को लेकर है विवाद

बिल्हौर के ददारपुर कटाहा में रहने वाले ननकऊ दिवाकर (55) किसान थे। उनके परिवार में पत्नी रमादेवी, चार बेटे बाल किशन, राम किशन, अंकित और राम किशोर हैं। जिसमें बाल किशन ग्राम प्रधान हैं। उनका पड़ोसी ओम नाथ मिश्रा से सार्वजनिक जमीन पर कब्जा कर गेट लगाने को लेकर विवाद चल रहा था। ओम नाथ के चार बेटे इंद्र कुमार, छुन्नू लाल, मुन्नू लाल और कृष्ण कुमार हैं। जिसमें कृष्ण कुमार सीआरपीएफ में जवान है। आरोप है कि करीब पंद्रह दिन पहले गांव आने पर कृष्ण कुमार ने घर के सामने सार्वजनिक जगह पर कब्जा कर गेट लगवा दिया था। जिसका प्रधान बाल किशन और उसके पिता ननकऊ में विरोध किया था। उनकी तहरीर पर पुलिस ने शिकायत तो दर्ज कर ली थी, जिस पर भड़के ओम नाथ और उनके बेटे ने ननकऊ को जान से मारने की धमकी दी थी। देर रात को बदमाशों ने घर में घुसकर ननकऊ की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने ननकऊ के पीठ में तमंचा सटाकर गोली मारी है। प्रधान ने इंद्रजीत और उसके पिता व भाइयों पर हत्या का आरोप लगाया है।

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प्रधान के बयानों पर उलझी पुलिस

प्रधान बाल किशन के मुताबिक उन्होंने खुद इंद्र कुमार और उसके भाइयों को गोली मारकर भागते हुए देखा है, लेकिन वो इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए कि उन्होंने इंद्र कुमार और उसके भाइयों को रोका क्यों नहीं? बाल किशन के मुताबिक उनके पिता ननकऊ बरामदे में सो रहे थे, लेकिन वो ये नहीं बता पाए कि आखिर इतनी सर्दी में ननकऊ बरामदे में क्यों सो रहे थे। इसके अलावा प्रधान के पिता का देर रात करीब 11.46 पर मर्डर हुआ था, लेकिन प्रधान ने पुलिस को सुबह करीब चार बजे सूचना दी। उन्होंने पुलिस को इतनी लेट सूचना क्यों दी। इस बाबत उनका कहना है कि वो इतना डर गए थे कि उनको पुलिस को सूचना देने का ध्यान नहीं रहा। प्रधान के इन बयानों से पुलिस उलझ गई है।