तो नहीं होगी problem

चीफ फूड इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन के दौरान वह मिलावट को लेकर चिंतित हैं। इसलिए रोज ही मार्केट में जाकर सैंपलिंग कर रहे हैं.  जहां भी खराब मिठाई मिली उसे तुरन्त फिंकवा दिया गया। ताकि उन्हें फिर न बेचा जा सके। ट्यूजडे को भी उन्होंने बाजार में तीन सैंपल लिए हैं। उन्होंने बताया कि स्वीट्स लेने से पहले कुछ बातों का ख्याल रखा जाए तो मिलावटी या खराब मिठाई खरीदने से बचा जा सकता है।

खाद्य विभाग ने दो दुकानों से लिए मिठाइयों के ह्यड्डद्वश्चद्यद्ग

ट्यूजडे को कमिश्नर के राममोहन राव के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीम ने दो जगहों पर खाद्य पदार्थों का सैंपल लिया। टीम ने राजेंद्र नगर स्थित किप्स सुपर मार्केट से बालूशाही और लड्डू का सैंपल लिया। फिर डीडीपुरम स्थित गैंगोर स्वीट्स से काजू की बर्फी का सैंपल लिया। टीम में फूड इंस्पेक्टर नवेंदू गंगवार, पंकज कुमार गुप्ता और विजयानंद सिंह शामिल थे।

इस पर दें ध्यान

-पैक्ड मिठाई की मैनुफैक्चरिंग डेट चेक करें।

-मावे की मिठाई स्मेल और टेस्ट करके खरीदें।

-वर्क और कलर वाली मिठाई खरीदने से बचें।

-स्वीट शॉप से बिल जरूर लें।

-पुरानी मिठाई पर देखने से ही फफूंद नजर आ जाती है।

बेसन की मिठाई ठीक रहेगी

डायटीशियन डॉ। नेहा चित्रांशी ने बताया कि मावे की मिठाई लेने से परहेज करें। बासी मावा खाने से डाइजेशन सिस्टम खराब होने और डायरिया होने का खतरा हो सकता है। मिठाई के विकल्प के रूप में चॉकलेट्स, ड्राई फ्रूट्स, बेसन वाली मिठाई लें। ये जल्दी खराब नहीं होती हैं। दरअसल, कफ्र्यू के चलते जब मिल्क की सप्लाई पूरी नहीं हो पा रही है तो मावा कै से बन पा रहा है। ऐसे में मिलावट की संभावनाएं भी काफी बढ़ जाती हैं। ऐसे में मिठाई लेते समय इसका खास ख्याल रखें।

राखी पर भी flat discount

कफ्र्यू की वजह से राखी की दुकानें ज्यादा दिन पहले नहीं सज पाईं। ऐसे में जिन दुकानदारों ने स्टॉक मंगवा लिया था, अब वह उसे जैसे-तैसे बेचने की जुगत लगा रहे हैं। रक्षाबंधन से दो दिन पहले मिली ढील में डीडीपुरम की एक शॉप पर राखी पर भी फ्लैट 25 परसेंट की सेल शुरू कर दी। बस फिर क्या था इस दुकान पर तो कस्टमर्स की भीड़ जैसे टूट ही पड़ी हो।

त्योहार को कहीं खट्टा न कर दे मिठाई!

मौसम की भी मार

राखी शॉप ओनर शांतनु ने बताया कि वह हरियाली तीज से पहले ही राखी का स्टॉक ले आए थे। ऐसे में अब इस स्टॉक को कै से भी सेल करने की जिम्मेदारी है। मुनाफा तो नहीं होगा पर नुकसान न हो इसकी जद्दोजहद जारी है। इसलिए ही सेल भी लगा दी है। एक अन्य दुकानदार विकास ने बताया कि एक तो कफ्र्यू लगा है ऊपर से बार-बार होने वाली बारिश से भी दुकान सज ही नहीं पा रही है। पूरा स्टॉक भी ठीक से डिस्प्ले नहीं हो पाया है।