- आम आदमी ने बनारस के चुनाव में किया सबसे ज्यादा आचार संहिता

- दूसरे नम्बर पर रही भाजपा और तीसरे नम्बर पर थी समाजवादी पार्टी

VARANASI: बनारस के चुनाव में वैसे तो काफी कुछ इंटरेस्टिंग था। मगर ज्यादा इंटरेस्टिंग रही भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के मेम्बर्स की झड़प। हालांकि आम आदमी पार्टी ने हर झड़प के बीजेपी वर्कर्स पर अंगुली उठाई। मगर ओवरआल चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन देखा जाए तो आप आदमी पार्टी पर आरोप बीजेपी से भी ज्यादा हैं। इलेक्शन कमीशन के निर्देश पर चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के खिलाफ आचार संहिता उल्लघंन के ख्0 मामले दर्ज किये गये हैं जो बाकी पार्टियों और कैंडीडेट्स की तुलना में सबसे ज्यादा है।

ये भी नहीं थे कम

आम आदमी पार्टी जहां आचार संहिता उल्लघंन में ख्0 रही वहीं बीजेपी भी कम न थी। बीजेपी के खिलाफ चुनाव के दौरान टोटल क्8 मामलों में रिपोर्ट दर्ज हुई है। इस तरह आम आदमी पार्टी जहां मनमानी में टॉप पर थी वहीं बीजेपी वाले भी कम न थे। इस मामले में तीसरे नम्बर पर समाजवादी पार्टी रही हालांकि सपा के खिलाफ दर्ज मामले आप और बीजेपी की तुलना में काफी कम है। सपा के खिलाफ महज ब् केसेज ही दर्ज हैं।

कांग्रेस व बसपा भी नहीं बची

आचार संहिता उल्लघंन के मामले में आप, बीजेपी और सपा के बाद कांग्रेस और बसपा भी अपना दामन बचा नहीं सके। इन दोनों पार्टियों के खिलाफ भी आचार संहिता उल्लघंन का केस दर्ज हुआ है। इसमें कांग्रेस के खिलाफ तीन और बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ दो मामले दर्ज किये गये हैं। अब शुक्रवार को भले ही इलेक्शन का रिजल्ट घोषित हो जाए मगर इन मामलों में सुनवाई चलती रहेगी। इलेक्शन कमीशन इन मामलों में तब तक सुनवाई करता रहेगा जब तक आरोप सिद्ध ना हो जाए।

निर्दल भी हैं फंसे

बड़ी पार्टियां तो जोश में आचार संहिता उल्लघंन करती रही मगर निर्दल भी कम न थे। वाराणसी से चुनाव लड़ रहे नौ निर्दल प्रत्याशियों के खिलाफ भी आचार संहिता उल्लघंन की रिपोर्ट है। इसके अलावा किसी पार्टी या निर्दल के पक्ष में बिना परमिशन के मीटिंग, चुनाव प्रचार करने आदि को लेकर आधा दर्जन अन्य लोगों के खिलाफ भी आचार संहिता उल्लघंन का मामला अलग-अलग थानों में रजिस्टर्ड किया गया है।