आरटीआई से हुआ खुलासा अंक पत्र में हेराफेरी कर लिया डीफिल में दाखिला

ALLAHABAD: कर्नलगंज थाने में सीएमपी डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर अमित सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी करने के खिलाफ में एफआइआर दर्ज की गई है.एफआइआर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रोहित कुमार मिश्रा की तहरीर पर दर्ज की गई है। कर्नलगंज पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि इसमें सच्चाई कितनी है यह तो पुलिस की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा।

असिस्टेंट प्रोफेसर अमित सिंह पुत्र हनुमान सिंह प्रतापगढ़ के कंहई थाना क्षेत्र स्थित बरहा वारीकला गांव के रहने वाले हैं। रोहित का आरोप है कि उन्होंने 2014 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के दर्शनशास्त्र विभाग में डीफिल शोध के लिए आवेदन किया था। उन्होंने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाणपत्र में कूटरचना की और अंकों में हेराफेरी करके दाखिला पा लिया। उनके द्वारा आठ हजार रुपए प्रतिमाह की छात्रवृत्ति भी ली गई। रोहित का आरोप है कि अमित ने हाईस्कूल की परीक्षा 1998 में तृतीय श्रेणी और इंटर की परीक्षा 2000 में द्वितीय श्रेणी में पास की थी। उनके द्वारा जिस मार्कशीट को डीफिल के लिए लगाया गया, उसमें उन्होंने दोनों परीक्षाओं में अपने को प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होना दिखाया है। रजिस्ट्रार को दिए गए शपथ पत्र में उन्होंने अपने प्रमाणपत्र को सही ठहराया था। उनके द्वारा किए गए इस जालसाजी और धोखाधड़ी के चलते कई होनहार छात्रों को शोध में दाखिला नहीं मिला। विश्वविद्यालय से सूचना का अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई, तो अंक पत्रों की सच्चाई सामने आ गई।

शिकायत के आधार पर मामले की पड़ताल की गई। रजिस्ट्रार से मिले अंकपत्र व मूल अंकपत्र में अंतर मिला है। जिस आधार कर्नलगंज थाने में अमित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया।

आलोक मिश्रा

सीओ, कर्नलगंज

एफआइआर लिखकर मामले की जांच की जा रही है। सच्चाई सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सत्येंद्र सिंह

इंस्पेक्टर कर्नलगंज