RANCHI: खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआइसी) की रांची इकाई के कुछ अधिकारियों द्वारा अज्ञात लोगों को करीब तीन करोड़ रुपये जारी करने के मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। यह मामला 2016 से 2018 के बीच का है और सबसे पहले आंतरिक जांच में यह गड़बड़ी सामने आई। इस संबंध में जांच एजेंसी ने चार व्यक्तियों तथा एक कंपनी के खिलाफ मामले दर्ज किये हैं।

चार के खिलाफ मामला दर्ज

सीबीआई द्वारा रांची की विशेष अदालत में दायर मामले में केवीआइसी के तत्कालीन उप निदेशक आरबी राम (अब मृत्यु हो चुकी है) और कार्यकारी सुनील कुमार ने कथित रूप से कुछ लोगों के साथ मिल कर साजिश रची और सामान्य वित्तीय नियमों (जीएफआर) सहित कंपनी की प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए संदिग्ध इकाइयों के लोगों को 2.85 करोड़ रुपये जारी किये। सीबीआइ ने केवीआइसी के एक वरिष्ठ अधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। केवीआइसी सूक्ष्म, लघु एवं मंझोले उपक्रम मंत्रालय के तहत काम करता है।

चेन्नई की दो कंपनियों को दी राशि

करीब 1.57 करोड़ रुपये की राशि खादी सुधार और विकास कार्यक्रम, मधु मिशन, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत खर्च की जानी थी। यह राशि चेन्नई की दो कंपनियों को जारी कर दी गई। इसी तरह केवीआइसी ने साज-सज्जा में सुधार, प्रचार और भंडार प्रबंधन के नाम पर रखी गयी 42.60 लाख रुपये की राशि एक व्यक्ति को जारी कर दी। बाद में दो और व्यक्तिगत लोगों को 23 लाख रुपये और 62.82 लाख रुपये की राशि खादी सुधार एवं विकास के प्रचार तथा कच्चे रेशम की खरीद के नाम पर जारी की गयी।