RANCHI: दीपावली पर्व को देखते हुए रांची अग्निशमन विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। शहर के कई जगहों पर दमकल के वाहन लगाए गए हैं। इनके अलावा हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी तैयार रखा गया है। दीपावली पर्व को देखते हुए अग्निशमन विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। राजधानी रांची में पटाखों की वजह से आग लगने की आशंकाएं अक्सर होती हैं। इसे देखते हुए अग्निशमन विभाग का दस्ता पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। दीपावली को देखते हुए पहले ही अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

क्या है तैयारी

शहर में दिवाली को लेकर अग्निशमन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। शहर के कई जगहों पर दमकल के वाहन लगाए गए हैं। दमकल वाहनों के अलावा हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी तैयार रखा गया है। शहर के चार फायर स्टेशनों के अलावा छह प्रमुख जगहों पर दमकल वाहन भेजे गए हैं, जो पूरी तरह तैयारी में खड़े हैं।

फायर स्टेशन 24 घंटे अलर्ट

आग बुझाने के लिए फोम और अन्य संसाधनों का भी इंतजाम विभाग की ओर से किया गया है। इधर, अग्निशमन मुख्यालय की ओर से सभी फायर स्टेशनों को 24 घंटे तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। राज्य अग्निशमन विभाग हर इमरजेंसी की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अग्निमशन विभाग के पास रांची में एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म दमकल, एक झाग वाला दमकल वाहन, चार छोटा फायर ब्रिगेड वाहन समेत कुल 20 दमकल हैं।

रात दस बजे तक ही आतिशबाजी

रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि दीपावली को लेकर अग्निशमन विभाग की तरफ से विशेष व्यवस्था की गई है। हर वैसे जगह जहां आग लगने की आशंकाएं होती हैं वहां पर अग्निशमन विभाग का दस्ता रेडी मोड में रहेगा। वहीं सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार ही इस बार भी लोगों को पटाखे फोड़ने हैं। इसका उल्लंघन करने पर उन पर कार्रवाई हो सकती है।

इनका रखें ख्याल

-लाइसेंसी विश्वसनीय पटाखा दुकानों से ही खरीदें पटाखा।

-बच्चे किसी वयस्क की निगरानी में ही पटाखे छोड़ें।

-पटाखों की पैकेट पर अंकित सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन किया जाए।

-पटाखों को जलाने के लिए मोमबत्ती या अगरबत्ती का ही प्रयोग करें। माचिस के प्रयोग से बचें।

-आग लगने पर प्रारंभिक अवस्था में ही उसे बुझाने के लिए नजदीक में ही पानी से भरी बाल्टी जरूर रखी जाए।

-हवाई पटाखों में आग लगाने से पहले यह सुनिश्चित कीजिए कि उसकी दिशा सही है।

-आतिशबाजी के समय सिंथेटिक व लूज कपड़े नहीं पहनें। इसमें आग पकड़ने की आशंका ज्यादा होती है।

-तेज आवाज करने वाले पटाखों से बच्चों को दूर रखें।

-आतिशबाजी किसी खाली स्थान पर की जाए।

-आतिशबाजी के बाद उसके अवशेषों को जमीन के नीचे या पानी में डिस्पोज करें।

-रात के 10 बजे से सुबह छह बजे के बीच तेज आवाज वाले पटाखे न जलाएं।

-पटाखों को हाथ में पकड़कर आग लगाने की भूल न करें।

-बिजली के तार, पेड़ और अन्य तरह के अवरोध के नीचे रॉकेट और अन्य प्रकार के हवाई पटाखें न जलाएं। यह जानलेवा हो सकता है।

-आम रास्ता या खुली सड़क और घर के अंदर आतिशबाजी न करें।

-घनी आबादी और भीड़ वाले स्थान पर आतिशबाजी न करें।

-अधजले पटाखों को कभी भी नजदीक से देखने की भूल न करें, न ही उसे दोबारा जलाएं।

-अवैध तौर पर बनाए गए पटाखें न जलाएं।

-बच्चों को कभी अकेले आतिशबाजी न करने दें।

इन नंबरों पर करें कॉल

-डोरंडा फायर स्टेशन- 9304953404

-पिस्का मोड़ फायर स्टेशन- 9304953405

-आड्रे हाउस फायर स्टेशन- 9304953406

-धुर्वा फायर स्टेशन- 9304953407