मेला के दौरान आग की घटनाओं को रोकने के लिए किया गया पुख्ता इंतजाम

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PRAYAGRAJ: कुंभ मेला के दौरान संगम की रेती पर एक छोर से दूसरे छोर तक छोटे-बड़े पंडालों का विहंगम नजारा दिखाई देगा। वहां पहुंचने के लिए संकरे और गाटा मार्ग की ही सुविधा होगी। ऐसी परिस्थिति में अगर किसी शिविर में आग की घटना होती है तो उससे बचाव के लिए मिनटों में फायर ब्रिगेड पहुंच जाए, ऐसी तैयारी प्रशासन ने की है।

डायल 100 की तर्ज पर सुरक्षा

दिव्य कुंभ और भव्य कुंभ के स्लोगन को चरितार्थ करने के साथ ही करोड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखने के लिए फायर ब्रिगेड की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। यूपी पुलिस की डायल 100 की तर्ज पर मेला की अवधि में फायर फाइटिंग बुलेट, हाई प्रेशर गन व फायर टेंडर में बड़ी व छोटी गाडि़यां सुरक्षा के तौर पर उपलब्ध कराई जाएंगी।

30 बुलेट आई, 15 आनी है

मेला की अवधि में संकरे रास्तों पर पांच मिनट में पहुंचने के लिए इस बार व्यापक स्तर पर फायर फाइटिंग बुलेट मुख्यालय से भेजे जाने की योजना के पहले चरण में 30 बुलेट मेला एरिया में पहुंच चुकी हैं। शेष पंद्रह बुलेट दिसम्बर के अंतिम सप्ताह तक आएंगी।

बुलेट की खासियत

-मेला की अवधि में हर वक्त प्रत्येक बुलेट पर दो फायरमैन मौजूद रहेंगे।

-इन्हें वॉकी-टॉकी की सुविधा प्रदान की जाएगी।

-नौ किग्रा वजन व नौ लीटर पानी के दो सिलेंडर बुलेट में लगाए गए हैं।

-इसमें नौ सौ ग्राम केमिकल कम्पाउंड भी रहेगा।

-साथ ही हाई प्रेशर गन दी जाएगी जो आग लगने वाली जगह पर पांच से सात मिनट तक पानी की बौछार मार सकेगी।

मेला के दौरान आग जैसी विभीषिका से बचाव के लिए हर वक्त फायर स्टेशनों के साथ ही फायर फाइटिंग बुलेट की सुविधा दी जाएगी। जहां बड़ी गाडि़यां नहीं पहुंच पाएगी वहां बुलेट के जरिए तीन से चार मिनट में जाकर सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

राहुल पाल, चीफ फायर ऑफिसर

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फायर स्टेशन कार्यरत रहेंगे कुंभ मेला के दौरान। कोतवाली, महावीर मार्ग व जीटी झूंसी में फायर स्टेशन सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है।

15

छोटी-छोटी फायर चौकियां बनाई जाएंगी।

1233

अधिकारियों व फायरमैनों की तैनाती रहेगी मेला की अवधि में पूरे प्रदेश से।

01

उप निदेशक, दस चीफ फायर ऑफिसर, 40 अग्निशमन अधिकारी, 42 अग्निशमन द्वितीय अधिकारी।

150

लीडिंग फायरमैन, 814 फायरमैन और 150 चालक शामिल

161

फायर टेंडर गाडि़यां मौजूद रहेंगी फायर स्टेशनों पर।

5500

लीटर पानी स्टोर किया जा सकता है इनमें।

2500

लीटर की क्षमता वाली 42 फायर टेंडर बड़े और वाटर मिस्ड छोटे फायर टेंडर की संख्या भी 42 है।

4500

लीटर पानी की क्षमता वाले 17 फायर टैंकर्स रखे जाएंगे स्टेशनों पर।

02

नार्मल व दो हाई क्वालिटी की लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है आग की विभीषिका में घायलों के उपचार के लिए।