- स्टूडेंट्स और पब्लिक को दी जा रही ट्रेनिंग

- सीजन के पहले फायर डिपार्टमेंट की तैयारी

GORAKHPUR: रायगंज मोहल्ला निवासी सनी यादव की पार्क रोड के एक शॉपिंग मॉल में शॉप है। 24 मार्च की रात करीब 9.45 बजे शॉप बंद कर वह घर चले गए। उसके 45 मिनट बाद उनको सूचना मिली कि उनके दुकान से धुंआ उठ रहा है। शायद, शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई है। मॉल के कर्मचारियों ने फायर सिस्टम की मदद से आग को काबू करने का प्रयास किया। लेकिन चौतरफा भरे धुएं के कारण उन्हें कुछ नहीं सूझ रहा था। सूचना पर पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीम पहुंची। तब जाकर किसी तरह से आग को काबू में किया गया। लेकिन तब तक बड़ा नुकसान हो चुका था। यह महज एक बानगी भर है। इस तरह कि कितनी घटनाएं हमारे आस-पास होती रहती है। गर्मी के मौसम में आग लगने पर तेजी से विभत्स रूप ले लेता है। इसको लेकर फायर डिपार्टमेंट पहले से तैयारी में जुटा है साथ ही डिपार्टमेंट की तरफ से यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट सहित कुछ वालेंटियर्स को फायर फाइटिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है।

फायर वालेंटियर्स का ग्रुप, जरूरत पर करेंगे मदद

आग की घटनाओं से निपटने के लिए फायर डिपार्टमेंट अपने वाहनों और उपकरणों को दुरुस्त करने में जुटा है। साथ ही एक हफ्ते से आग से निपटने के लिए फायर वालंटियर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। यूनिवर्सिटी गोरखपुर के स्टूडेंट्स के एक ग्रुप के साथ आम लोगों को भी आग बुझाने के तरीके सहित अन्य जानकारी दी जा रही है। ट्रेनिंग पूरी करने वालों को विभाग की तरफ सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा है। फायर डिपार्टमेंट के लोगों का कहना है कि ट्रेनिंग में आए सभी लोगों का नाम, मोबाइल नंबर, उनके घर का पता, लैंडमार्क सबकुछ नोट किया जा रहा है। उनका एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। आग की घटना होने पर उनकी मदद ली जा सकेगी। अभी तक 50 लोगों की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। प्रशिक्षण पा चुके लोग अपने मोहल्लों में आग रोकने के लिए सबको जानकारी देंगे।

आग बुझाने की तरीके को जानकर हम खुद और दूसरों की मदद कर सकते हैं। यहां आकर बहुत कुछ सीखनें को मिल रहा है।

प्रियंका सोनकर, स्टूडेंट

आग लगने पर यह समझ में नहीं आता कि क्या करना चाहिए। ऐसे में हर किसी को बेसिक जानकारी होनी चाहिए कि ऐसे स्तिथियों से कैसे निपटा जाए।

प्रिया उपाध्याय, स्टूडेंट

कई बार हम लोग फायर डिपार्टमेंट पर दोष मढ़ते हैं। लेकिन ट्रेनिंग के दौरान पता लगा कि इमरजेंसी में कितनी विषम परिस्थितयां होती हैं। यदि हर मोहल्ले में 10-5 लोग ट्रेंड हो जाएं तो समस्या का समाधान हो सकता है।

ओमकार चतुर्वेदी

सोसायटी के लिए यूजफुल प्रोग्राम है। पहले से ही तैयारी चल रही है। हर साल हम लोग पढ़ते हैं कि काफी नुकसान हुआ है। इससे नुकसान रोकने में मदद मिलेगी।

विकास पाठक

वर्ष 2019 में हुआ नुकसान

आग लगने की कुल घटनाएं- 1072

जोखिम में पड़ी प्रापर्टी- 1607457000 रुपए

कुल नुकसान का अनुमान- 41, 93, 6740 रुपए

फायर सर्विस का बचाव- 1565520260

ट्रेनिंग लेने वाले सभी लोगों का एक ग्रुप बनाया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर इनकी मदद ली जाएगी। साथ ही ट्रेनिंग ले चुके लोग इसको लेकर लोगों को अवेयर करेंगे।

डीके सिंह, सीएफओ