- गुरुवार को नोएडा के ईएसआई हॉस्पिटल में लगी थी आग

- हॉस्पिटल में लगा तारों का जंजाल, कभी भी हो सकता है शॉर्ट सर्किट

आगरा। नोएडा के ईएसआई हॉस्पिटल में गुरुवार को आग लग गई। 40 पेशेंट्स को यहां से शिफ्ट करना पड़ा। हालांकि इस आग में कोई हताहत नहीं हुआ। जानकारी के मुताबिक यहां पर आग इनवर्टर में शॉर्ट-सर्किट से लगी। आगरा के ईएसआई हॉस्पिटल में भी तार के जाल लटके पड़े हैं। कभी भी अनहोनी हो सकती है। ऐसे में यहां पर सुरक्षा इंतजाम की शुक्रवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने पड़ताल की। यहां पर आग से निपटने के लिए कोई इंतजाम भी नहीं हैं।

लटके पड़े हैं तार

हलवाई की बगीची स्थित ईएसआई हॉस्पिटल में कई जगह पर यूं ही खुले तार लटके हुए पड़े हैं। ये तार कभी भी शॉर्ट-सर्किट को दावत दे सकते हैं। इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। न तो यहां कोई फायर एक्सटिंगशर लगा है और न ही आग बुझाने के लिए रेत की बाल्टी हैं। यहां तब कि हॉस्पिटल में पानी तक अवेलेबल नहीं हैं।

खतरे के साये में करा रहे इलाज

हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं के बीच पेशेंट्स इलाज करा रहे हैं। यहां पर 100 बेड के वार्ड भी हैं। यहां पर भी पेशेंट्स की ऑक्यूपेंसी 25 से 30 परसेंट रहती है।

ओपीडी में रोज मरीजों की संख्या

200-250

ये हैं एनबीसी की गाइडलाइन

नेशनल बिल्डिंग कोड (एनबीसी) की गाइडलाइन के अनुसार हॉस्पिटल की बिल्डिंग में प्रत्येक 100 स्क्वॉयर मीटर पर एक फायर एक्सटिंगशर होना मेंडेटरी है। लेकिन ईएसआई हॉस्पिटल में दूर-दूर तक कोई फायर एक्सटिंगशर ही नहीं है। एनबीसी के हिसाब से फायर सेफ्टी के लिए 50 हजार लीटर का वाटर रिजर्व में होना भी जरूरी है। ये भी ईएसआई हॉस्पिटल में अवेलेबल नहीं है। ऐसे में यहां आने वाले पेशेंट्स और उनके साथ आने वाले तीमारदार यहां हमेशा खतरे के साये में यहां पर इलाज कराते हैं। कर्मचारियों के लिए भी यहां इतना ही खतरा है।

भेजा है फायर सेफ्टी के लिए प्रस्ताव

हॉस्पिटल प्रशासन ने फायर सेफ्टी के बारे में कई बार ईएसआई कॉर्पोरेशन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है। लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। ईएसआई कोर्पोरेशन हॉस्पिटल की बिल्डिंग का रखरखाव करता है। यहां की बिल्डिंग की हालत भी काफी जर्जर हो रखी है। इसके बारे में भी हॉस्पिटल प्रशासन ने प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है।

वर्जन

हॉस्पिटल में फिलहाल फायर सेफ्टी के लिए अभी व्यवस्था नहीं है। इसके बारे में प्रस्ताव बनाकर ईएसआई कॉर्पोरेशन को भेज दिया गया है। जल्द बिल्डिंग का रेनोवेशन होगा।

-राजेंद्र सिंह, सीएमओ ईएसआई हॉस्पिटल