जमशेदपुर : बारीडीह टीना शेड की करीब 50 दुकानें जलकर राख होने पर बारीडीह बाजार की लगभग सभी दुकानें बुधवार को दुकानदारों ने स्वत: ही बंद रखीं। जिन व्यापारियों की दुकानें जलीं वो बुधवार को दिन भर अपनी दुकान के सामने खड़े राख से निकल रहे बर्बादी के धुएं को देख रहे थे। दुकानदार उदास थे कि झलकती आंखों से अपनी दुकानों की इस उम्मीद में साफ सफाई कर रहे थे कि शायद कुछ बचा हो। व्यवसाई निरंजन कुमार साव ने साढ़े तीन लाख रुपये के मोबाइल फोन एक दिन पहले ही मंगाया था ताकि उसे बेच कर अपनी जीविका की गाड़ी को दौड़ा सके, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। साढ़े तीन लाख का माल उनकी के आंखों के सामने जलता रहा और वह बेबस खड़े जोरदार आवाज में फट रही मोबाइल की बैटरियों की आवाज सुनते रहे। इतना भी मौका नहीं मिला कि कुछ मोबाइल को वह बचा सके। इस अग्निकांड में करीब एक करोड़ का नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।

इनकी जली दुकानें व कितना नुकसान

सरजू साहू की कास्मेटिक दुकान में पांच लाख, जयंत कुमार सिंह की बिस्कुट दुकान में पांच लाख, जगदीश सिंह की राशन दुकान में चार लाख, लक्ष्मी देवी की राशन दुकान में चार लाख, शरो देवी का गोदाम में 50 हजार, संध्या रानी के गोदाम में 39 हजार, राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति दुकान में ढाई लाख, बृजनंदन साहू की दुकान में दो लाख, मधुशीतल के फर्नीचर दुकान में 35 हजार, बद्री साहू की भूंजा दुकान में एक लाख, एन साहू की फल दुकान में 50 हजार, डब्बू शर्मा के आलू प्याज दुकान में पांच हजार रुपये, एफ वसियार की खिलौना दुकान में 50 हजार, इनकी दूसरी स्कूल बैग की दुकान में एक लाख, हीरा मंडल के गैरेज में ढाई लाख, उत्तम मंडल के गैरेज में एक लाख, अजीत मंडल के फर्नीचर दुकान में 80 हजार, डीजे राजू की सैलून में 50 हजार, विवेक फर्नीचर के फर्नीचर दुकान में 90 हजार, दिनेश पोद्दार की तालाचाबी दुकान में दो लाख, प्रदीप कुमार के चाय दुकान में 20 हजार, इंद्रेश प्रसाद की दुकान में 40 हजार, गीता ट्रेलर की दुकान में 20 हजार, राजीव विश्वास की जूता दुकान में एक लाख, दर्शन प्रसाद के गोदाम में डेढ़ लाख रुपये, सत्यनारायण सिंह के कपड़ा दुकान में पांच लाख रुपये, सुशीला देवी के कपड़ा दुकान में पांच लाख रुपये, इंदू देवी के कपड़ा दुकान में 70 हजार रुपये, प्रसाद साहू के मोबाइल दुकान में 20 लाख, हरिकृष्ण त्रिपाठी के फल दुकान में 15 हजार, अरविंद त्रिपाठी के फल दुकान में दस हजार, घनश्याम त्रिपाठी के फल दुकान में दस हजार, सुनील त्रिपाठी के फल दुकान में दस हजार रुपये का नुकसान हुआ है।