- पटेलनगर के इंडस्ट्रियल इलाके में ब्रेड फैक्ट्री में फ्राइडे सुबह को भीषण आग ने जमकर मचाया तांडव

- सुबह 3.30 बजे लगी आग, 6 घंटे तक पुलिस और फायर सर्विस ने किया रेस्क्यू

- 7 मजदूर 3 घंटे तक आग के बीच फंसे रहे फैक्ट्री की ऊपरी फ्लोर में

देहरादून,

पटेलनगर स्थित इंडस्ट्रियल इलाके में एक तीन मंजिला ब्रेड फैक्ट्री में फ्राइडे सुबह भीषण आग ने जमकर तांडव मचाया। करीब 3 घंटे तक 7 मजदूर जिदंगी और मौत के बीच जूझते रहे। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने तेज बारिश के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सातों मजदूरों की जान बचाई। आग इतनी भीषण थी कि बुझाने में फायर सर्विस को 6 घंटे से भी ज्यादा देर तक मशक्कत करनी पड़ी। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।

तड़के 3.30 बजे लगी आग

पटेलनगर बाजार चौकी इंचार्ज नवीन जोशी ने बताया कि फ्राइडे सुबह करीब 3.30 बजे सूचना मिली कि ब्रेड फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई, फायर सर्विस की टीम को भी बुलाया गया। जिस समय तीन मंजिला फैक्ट्री में आग लगी, उस समय फैक्ट्री की ऊपरी मंजिल में काम करने वाले 7 कर्मचारी सो रहे थे, फैक्ट्री के बेसमेंट में रॉ मेटेरियल रखा हुआ था, जिसने सबसे पहले आग पकड़ी। इसके बाद ग्राउंड फ्लोर में रखे बेकरी के सामान पर आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि ग्राउंड फ्लोर के पीछे रखे 9 कॉमर्र्शियल सिलेंडर एक-एक कर फट गए, जिससे फ‌र्स्ट फ्लोर पर सो रहे फैक्ट्री के 7 कर्मचारियों में हाहाकार मच गया। फायर सर्विस की 8 गाडि़यों ने 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फायर सर्विस की टीम ने सीढि़यां लगाकर आग बुझाई और एक-एक कर सातों मजदूरों को सीढ़ी से नीचे उतारा। सुबह साढ़े तीन बजे से शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन 6 बजे तक चला, जबकि आग सुबह 9 बजे तक बुझ पाई।

टला बड़ा हादसा, बची 7 जिदंगी

फ्राइडे सुबह फैक्ट्री में लगी भीषण आग पुलिस और फायर सर्विस के तुंरत एक्शन लेने से बड़ा हादसा टल गया। भारी बारिश के बीच फैक्ट्री में जिस तरह से रॉ मैटेरियल और सिलेंडरों पर आग लगी उससे कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था, जिस समय पुलिस और फायर सर्विस ने रेस्क्यू अभियान चलाया उस समय फैक्ट्री में 35 से ज्यादा कॉमर्शियल सिलेंडर मौजूद थे, जिस फ्लोर पर कॉमर्शियल सिलेंडर रखे थे उसकी ऊपरी मंजिल पर 7 कर्मचारी सो रहे थे। इन सातों कर्मचारियों की जिंदगी और मौत कई घंटो तक भीषण आग के बीच में फंस रही। अग्निकांड इतना भयंकर था कि घटना के 10 घंटे बाद तक फैक्ट्री के आसपास सांस लेने में तक तकलीफ होती रही। हर तरफ ब्रेड और बंद के पैकेट जले पड़े हुए थे, रॉ मैटेरियल भी जलकर खाक हो गया। जिससे लाखों का नुकसान हो गया। गनीमत रही कि सातों मजदूरों को सकुशल पुलिस और फायर सर्विस की टीम ने अथक प्रयासों से बचा लिया।

3.30 तड़के शॉर्ट सर्किट से लगी आग

9 कॉमर्शियल गैस सिलेंडर फटे

9 बजे तक आग बुझाने में जुटी रही फोर्स

3 मंजिला फैक्ट्री में बनते थे बन-ब्रेड

7 कर्मचारी फंसे रहे भीषण आग में तीन घंटे तक

8 फायर सर्विस की गाडि़यों ने बुझाई आग

रेस्क्यू ऑपरेशन में इतने कर्मचारी

सीओ सदर, 8 पुलिसकर्मी, फायर सर्विस के 24 कर्मचारी