50 हजार से अधिक कैरेट राख

5 बाइकें भी जल गई

15 फायर ब्रिगेड की गाडि़यां आई

6 घंटे में आग पर पाया काबू

- नवीन गल्ला मंडी में आग से लाखों का नुकासान

lucknow@inext.co.in

LUCKNOW :

सीतापुर रोड नवीन गल्ला मंडी में शुक्रवार देर रात पौने दो बजे फल मंडी में आग लग गई. जिससे सात आढ़ते राख हो गई. अग्निकांड में एक आढ़त में सो रहे पल्लेदार की दम घुटने से मौत हो गई. वहीं संतोष वर्मा झुलस गया. उसकी हालात नाजुक बताई जा रही है. आग की चपेट में आने से आढ़तों में रखी करीब 50 हजार से अधिक कैरेट, ट्रकों फल, 20 से अधिक ठेलिया रिक्शा और पांच बाइक जल गई. फायर ब्रिगेड कर्मियों ने छह घंटे की मशक्कत के बाद 15 से अधिक गाडि़यों की मदद से आग पर काबू पाया.

मुश्किल से पाया काबू

शिव शक्ति फ्रूट कंपनी के आढ़ती अन्नू द्विवेदी ने बताया कि रात करीब पौने दो बजे पप्पू खान की आढ़त में शार्ट सर्किट से आग लगी. देखते देखते आग की लपटें बढ़ी और पड़ोस स्थित बाबू अतीक, मो. यासीन, जितेंद्र सोनकर, इमरान, पिंटू सोनकर की आढ़त भी जलने लगीं. अन्नू ने बताया कि उनकी आढ़त में पल्लेदार संजय और संतोष वहां सो रहे थे. लोगों ने दमकल को सूचना दी. सूचना पर अलीगंज इंस्पेक्टर फरीद अहमद, सीएफओ विजय कुमार सिंह, इंदिरा नगर, बीकेटी, हजरतगंज, चौक समेत अन्य फायर स्टेशनों से दमकल की 15 से अधिक गाडि़यां पहुंची. आग पर छह घंटे में काबू पाया गया.

सांस लेने में दिक्कत

चीफ फायर अफसर ने बताया कि आढ़तों में करीब 50 से अधिक प्लास्टिक की कैरेट रखी थीं. अग्निकांड के दौरान कैरेट पिघलने से काफी दिक्कतें हुई पूरे क्षेत्र में धुआं फैल गया था. आस पड़ोस में रहने वाले लोग घंटों परेशान रहें. उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती रही. इस बीच दुपहिया वाहन आग की चपेट में आकर चलने लगे. दुपहिया वाहनों के पेट्रोल टैंक फटने से ताबड़तोड़ कई धमाके हुए जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई.

काफी बड़ा नुकसान

व्यवसायियों ने बताया कि उनकी आढ़तों में रखा फर्नीचर, कंप्यूटर समेत अन्य सामान जला. इसके साथ ही करोड़ों के लेन देन के दस्तावेज भी जल गए. हजारों की नकदी भी गल्ले में रखी थी. वह भी जल गई.

घंटों बाद मिला शव

अन्नू की आढ़त में सो रहे पल्लेदार संजय (28) निवासी हरदोई की दम घुटने से मौत हो गई. तपिश के चलते संतोष की आंख खुल गई थी. वह भागा तो आग की चपेट में आने से जलने लगा. उसकी पीठ बुरी तरह से झुलस गई. लोगों ने एंबुलेंस 108 को सूचना दी पर. वह भी नहीं पहुंची. जिसके चलते पुलिस की गाड़ी से घायल संतोष को सिविल अस्पताल भेजा गया. तपिश कम होने पर पुलिस और दमकल ने जब सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो संजय का शव मिला.