मेजर ध्यानचंद नगर में लगी आग, देर रात उठती रहीं लपटें

आग बुझाने में लगीं एक दर्जन से अधिक फायर ब्रिगेड

Meerut। लगातार दूसरे दिन सोमवार को मेरठ में आग की दहशत कायम रही। रविवार को वर्कशॉप में लगी आग से दो बसें जलकर खाक हो गई। वहीं सोमवार को दिल्ली रोड स्थित मेजर ध्यानचंद नगर में एक केमिकल गोदाम में लगी भीषण आग से अफरा-तफरी मच गई। केमिकल्स (थिनर) से भरे ड्रम आग बढ़ने के साथ-साथ तेज धमाकों के साथ फटते रहे। वहीं आग पर काबू पाने में जनपद की एक दर्जन से अधिक फायर ब्रिगेड नाकाम साबित हो रही थीं। देर रात खबर लिखे जाने तक फायर ब्रिगेड आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही थी।

केमिकल ने पकड़ी आग

सोमवार शहर की इंडस्ट्रीयल एरिया मेजर ध्यान चंद नगर में अवैध रूप से चल रही केमिकल की एक गोदाम में भीषण आग लग गई। दोपहर करीब 1 बजे गोदाम से उठ रहे धुएं को देखकर क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। जिस समय आग लगी उस समय गोदाम संचालक शास्त्रीनगर निवासी सचिन, लेवर के के साथ मौके पर ही मौजूद था। एकाएक केमिकल में लगी आग ने परिसर में रखे ड्रमों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया। आनन-फानन में गोदाम संचालक और लेवर मौके से भाग खड़े हुए। यहां गोदाम के गेट पर खड़ी एक स्कूटी भी आग की जद में आकर झुलस गई।

एक दर्जन फायर ब्रिगेड

भीषण आग की जानकारी मिलते ही सीएफओ अजय कुमार शर्मा के निर्देशन में फायर ब्रिगेड ने घटनास्थल की ओर मूव दिया। परतापुर और घंटाघर फायर स्टेशन की फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू करने का प्रयास किया। हालांकि इस बीच गोदाम और बेसमेंट में रखे केमिकल के ड्रम पूरी तरहे से आग पकड़ चुके थे। घटना के बाद हालात बेकाबू हो गए, वहीं आग की लपटें आसमान छू रही थीं। जनपदभर से एक दर्जन से अधिक फायर ब्रिगेड दोपहर 1 बजे से आग बुझाने में लगी रहीं। जानकारों ने बताया कि इस गोदाम में भारी मात्रा में केमिकल स्टोर रहता है। थिनर, सॉलवेंट के अलावा अन्य केमिकल की ट्रेडिंग का कार्य गोदाम से होता है। जिस समय आग लगी उस समय आसपास की फैक्ट्रियां खुली हुई थी। आग की खबर मिलते ही आसपास की फैक्ट्रियों के शटर डाउन हो गए और गोदाम संचालक फरार हो गए। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड ने शट डाउन लेकर रेस्क्यू अभियान शुरू किया।

अवैध है गोदाम

सीएफओ ने बताया कि यह गोदाम मेजर ध्यान चंद नगर में सचिन नामक युवक का है। यह केमिकल गोदाम किराए पर ली हुई है। गोदाम पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित हो रही है। थिनर के अलावा इसमें रबड़ बनाने का केमिकल रखा हुआ था। आसपास आबादी वाला क्षेत्र है। बताया जा रहा है कि यह गोदाम रिहायशी इलाके के बीच चल रही थी। गोदाम भी एक आवास में चल रही थी।

शॉप्रिक्स मॉल से लिया पानी

फायर ब्रिगेड ने शॉप्रिक्स मॉल स्थित फायर हाईड्रेंट से पानी लिया। देर रात तक शॉप्रिक्स मॉल के हाईड्रेंट को चालू रखा गया। शॉप्रिक्स मॉल के स्टाफ ने फायर ब्रिगेड को पानी लेने में मदद भी की। वहीं आसपास के लोग भी फायर कर्मियों के लिए पीने के पानी का बंदोबस्त कर रहे थे।

पहुंचे आलाअफसर

घटनाक्रम की जानकारी के बाद आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी ने घटनास्थल पर पहुंचकर आग लगने के कारणों की तफ्तीश की। उन्होंने गोदाम में पास रखे ड्रमों के फोटो भी क्लिक किए। ये खाली ड्रम थे, जिसमें सॉल्वेंट, थिनर और ज्वलनशील केमिकल रखा जाता है।

रातभर चला ऑपरेशन

आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड नाकाम साबित हो रही थी। वहीं केमिकल में लगी आग रातभर धधकती रही। करीब 100 वग गज एरिया में बने इस मकान के अंदर अवैध गोदाम का संचालन हो रहा था। आग लगने के बाद फायरकर्मी गोदाम के अंदर दाखिल नहीं हो सकते थे। सिर्फ गेट के सामने से ही पानी की बौछार आग पर छोड़ी जाती रही। देर रात तक ड्रमों में भरा साल्वेंट धधकता रहा और आग की लपटें आसमान छूती रहीं।