06 दुकान में लगी आग

04 फायर ब्रिगेड मौके पर

01 घंटे में आग पर काबू पाया गया

- कॉम्प्लेक्स के फ‌र्स्ट फ्लोर में बने पराठा वाला रेस्त्रां के किचन में लगी आग

- 6 दुकानों में सामान जलकर राख, लाखों के नुकसान का अनुमान

LUCKNOW:

गाजीपुर के इंदिरा नगर मेट्रो स्टेशन के सामने शिवालिक कॉम्प्लेक्स में संडे सुबह भीषण आग लग गई। आग से उठने वाला धुआं देख आस-पास के लोगों के होश उड़ गए। चंद कदमों की दूरी पर स्थित फायर ब्रिगेड की गाडि़यों ने मौके पर पहुंच कर हालात को काबू किया।

पहली मंजिल पर कई दुकानें

फैजाबाद रोड स्थित शिवालिक काम्प्लेक्स की दूसरी मंजिल पर एसीपी गाजीपुर अमित कुमार राय का दफ्तर है। उनके दफ्तर के नीचे यानि पहली मंजिल पर कई दुकानें है। रविवार की सुबह पराठा डाटकॉम नाम के एक रेस्टोरेंट में अचानक खाना बनाते वक्त आग लग गई। देखते ही देखते आग ने एक के बाद एक 6 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया।

तोड़ना पड़ा शटर

आग की सूचना मिलते ही मौके पर गाजीपुर फायर स्टेशन से दमकल की दो गाडि़यां पहुंचीं। आग का विकराल रूप देख दमकल कर्मियों ने मदद के लिए दो और गाडि़यों को बुलाया। काम्प्लेक्स की कुछ दुकानों में आग का धुआं भरने लगा तो दमकल कर्मियों ने उन दुकानों का शटर तोड़ा। दमकल कर्मियों ने 1 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

दुकानों में आग से हुआ नुकसान

आग की चपेट में आने से पराठा डॉटकाम, डॉक्टर हसनैन जैदी के क्लीनिक में भारी नुकसान हुआ है। रानी सती मेडकिल स्टोर और प्रताप मेडकिल स्टोर में आंशिक रूप से नुकसान की बात सामने आई है। पुलिस और दमकल विभाग का कहना है कि आग कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है।

फायर स्टेशन चंद कदमों की दूरी पर

यहां लगी आग की सूचना मिलते ही गाजीपुर फायर स्टेशन से दमकल की गाड़ी चंद मिनट में पहुंच गई और हालात को समय पर संभाल लिया गया। कुछ देर होती तो कॉम्प्लेक्स के ऊपरी मंजिल पर स्थित एसीपी गाजीपुर का ऑफिस भी आग की चपेट में आ सकता था। संडे के चलते यहां भीड़ थी। जिससे बड़ा हादसा टल गया। हालांकि आग से लाखों का नुकसान हुआ हैं।

नहीं थे आग बुझाने के संसाधन

शिवालिक कॉम्प्लेक्स कामर्शियल है। ऊपरी मंजिल पर एसीपी गाजीपुर का ऑफिस है और चंद कदमों पर गाजीपुर फायर स्टेशन। इसके बाद भी यहां आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन नहीं थे। कॉम्प्लेक्स इंदिरानगर मेट्रो स्टेशन से सटा है और आग विकराल रूप लेती तो लपटें मेट्रो स्टेशन तक भी पहुंच सकती थीं।