-शनिवार देरशाम सेकंड व थर्ड फ्लोर पर शॉर्ट सर्किट से भीषण आग

-मरीजों को आनन-फानन लेकर भागे तीमारदार, डॉक्टर

-अस्पतालकर्मियों ने 150 से ज्यादा मरीजों को किया रेस्क्यू, दूसरे अस्पतालों में भेजा

LUCKNOW

केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर शनिवार शाम धधक उठा, शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने देखते ही देखते पूरे सेकंड और थर्ड फ्लोर को अपनी चपेट में ले लिया। हॉस्पिटल में आग और धुआं फैलते ही अफरातफरी और चीख-पुकार मच गई। लोग अपने-अपने मरीजों को लेकर बेतहाशा भागने लगे। हॉस्पिटल प्रशासन की सूचना पर दर्जनों फायर टेंडर्स मौके पर पहुंची और आग बुझाने की कवायद शुरू की। दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया हालांकि, देररात तक बिल्डिंग में धुआं भरा होने की वजह से हालात सामान्य नहीं हो सके थे। खबर लिखे जाने तक जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

गोदाम से फैली आग

ट्रॉमा सेंटर के सेकंड फ्लोर स्थित सर्जिकल सामानों के गोदाम में शनिवार शाम करीब 6.30 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। पलभर में देखते ही देखते आग ने बगल में स्थित डिजास्टर मैनेजमेंट वॉर्ड को अपनी चपेट में ले लिया। वॉर्ड से उठ रहा धुआं थर्ड फ्लोर स्थित न्यूरो सर्जरी वॉर्ड और ट्रॉमा वेंटिलेटर वॉर्ड में भर गया। धुआं और लपटें देख ट्रॉमा सेंटर में अफरातफरी मच गई । कोई चादर में अपने मरीजों को लेकर भाग रहा था तो कोई मरीज को बेड पर ही लेकर सेफ जगह पहुंचने की कोशिश कर रहा था।

पीआरओ ने दी सूचना

पीआरओ राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने भगदड़ देख लोगों से पूछताछ की तो आग लगने का पता चला। उन्होंने फौरन पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया लेकिन, नंबर लगातार बिजी मिला। आखिरकार उन्होंने चौकी इंचार्ज केजीएमयू आरके राना को कॉल कर आग लगने की सूचना दी। चौकी इंचार्ज ने फौरन वायरलेस व फोन से अधिकारियों व फायर कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। जानकारी पर चौक फायर स्टेशन से दो फायर टेंडर मौके पर पहुंची। लेकिन, तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी।

कई दर्जन फायर टेंडर पहुंची

मौके पर पहुंचे सीएफओ अभयभान पांडेय ने राजधानी के सभी फायर स्टेशंस से फायर टेंडर बुला लीं। जिसके बाद मौके पर पहुंची कई दर्जन फायर टेंडर्स और हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म के जरिए आग बुझाने की कवायद शुरू की गई। इधर, हॉस्पिटल प्रशासन ने भी धुएं व आग में फंसे मरीजों को बाहर निकालना शुरू किया। रात करीब आठ बजे तक 150 मरीजों को रेस्क्यू कर उन्हें लारी कॉर्डियोलॉजी और शताब्दी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जा चुका था। इसी बीच डीएम कौशल राज शर्मा व एसएसपी दीपक कुमार भी मौके पर पहुंचे और खुद पूरी बिल्डिंग का भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। हॉस्पिटल प्रशासन ने बताया कि रात 10 बजे तक 250 से ज्यादा मरीजों को रेस्क्यू कर दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जा चुका था।

सीएम ने दौरा किया कैंसिल

रात करीब नौ बजे विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक व चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री आशुतोष टंडन भी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और मरीजों व तीमारदारों का हालचाल लिया। रात करीब 9 बजे सीएम सिक्योरिटी के अधिकारी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। बताया गया कि जल्द ही सीएम योगी आदित्यनाथ भी वहां पहुंचने वाले हैं। जिससे बचाव व राहत का काम प्रभावित होने लगा। यह देख डीएम ने अधिकारियों को फीडबैक दिया। जिसके बाद सीएम ने वहां पहुंचने का अपना कार्यक्रम कैंसिल कर दिया।

मेरे पिताजी को बचा लो साहब!

मौके पर पहुंचे एसएसपी दीपक कुमार बिल्डिंग के भीतर पहुंचे। सेकेंड फ्लोर का मुआयना करने के बाद जैसे ही वे थर्ड फ्लोर पर पहुंचे तो वहां खड़े युवक ने बिलखते हुए उनसे कहा कि 'साहब मेरे पिताजी को बचा लो'। एसएसपी ने जब उस युवक से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके पिता ट्रॉमा सेंटर वेंटिलेटर यूनिट में एडमिट हैं और वहां पर भारी मात्रा में धुआं भरा हुआ है। उसने बताया कि वेंटिलेटर व तमाम उपकरण व ऑक्सीजन लगी होने की वजह से वह अपने पिता को वहां से निकाल नहीं पा रहा जबकि, सभी डॉक्टर व कर्मचारी नदारद हो चुके हैं। एसएसपी उसके साथ वेंटिलेटर यूनिट पहुंचे और सीएमएस को कॉल कर वेंटिलेटर यूनिट में डॉक्टर भेजने को कहा।

कहां क्या है?

ग्राउंड फ्लोर- कैजुअल्टी वॉर्ड, डायग्नोसिस

फ‌र्स्ट फ्लोर-सभी ऑपरेशन थियेटर व सर्जरी वॉडर्स

सेकेंड फ्लोर- मेडिसिन वॉर्ड, आर्थोपेडिक वॉर्ड, बीएलएस और डिजास्टर मैनेजमेंट वॉर्ड

थर्ड फ्लोर- न्यूरो सर्जरी, ट्रॉमा वेंटिलेटर यूनिट, ट्रॉमा सर्जरी

फोर्थ फ्लोर-बाल विभाग आईसीयू, बाल रोग वॉर्ड

फिफ्थ फ्लोर-आरआईसीयू, क्रिटिकल केयर यूनिट, आई बैंक