JAMSHEDPUR: वर्षो से बंद पड़ी केबुल कंपनी इंकैब इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जेनरल ऑफि स में गुरुवार की दोपहर को अचानक आग लग गई। फायर ब्रिगेड की सात गाडि़यों की मदद से करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया। आग से कार्यालय में रखे अधिकतर कागजात और फर्नीचर जलकर राख हो गए।

आग लगने की घटना ने लोगों को चौंका दिया, क्योंकि जेनरल ऑफि स में बिजली नहीं है। जिस ऑफिस में बिजली का कनेक्शन ही नहीं है और कार्यालय लंबे समय से बंद पड़ा है, उसमें आग कैसे लगी? इशारा साफ है कि आग किसी ने लगाई है। हालांकि आग लगने के कारणों की पड़ताल अभी की जा रही है। आग लगने के बाद जब लपटें उठने लगीं तो राहगीरों की नजर पड़ी। इसके बाद अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई। घटना स्थल पर पहुंचे कर्मचारियों ने कहा कि इस ऑफिस में कंपनी से जुड़े अहम कागजात रखे गए थे। इस आफि स में पिछले वर्ष भी आग ली थी।

तीन बार लग चुकी है आग

बंद कंपनी में तीन बार आग लग चुकी है। जब-जब कंपनी के खुलने की बात सामने आती है षडयंत्र के तहत इस रोकने का प्रयास होता रहा है। द इंडियन केबुल वर्कर्स यूनियन के महामंत्री रामविनोद सिंह ने बताया कि सबसे पहले 2018 में, फिर दूसरी बार सितंबर 2019 में कंपनी का अधिग्रहण करने की बात उठी तो उस समय भी आग लगी थी। दोनों आगजनी में कम क्षति की बात कहते हुए रामविनोद सिंह ने कहा कि इस बार कर्मचारियों से संबंधित आवश्यक कागजातों के जलने की आशंका है। ऊपर तल्ले में आग लगी है, जहां कर्मचारियों व कंपनी का पूरा बही-खाता है.जेनरल ऑफिस के ऊपर तल्ले में जहां आग लगी है, वहां कंपनी के कई विभाग थे। वेजेज डिपार्टमेंट, पीएफ के कागजात, एकाउंट्स विभाग, एचआर विभाग समेत ऑडिट रिपोर्ट आदि सभी जरूरी कागजात वहां रखे गए थे।

नौ को होने वाली है सुनवाई

केबुल कंपनी के मामले में कोलकाता स्थित नेशनल कंपनी ऑफ ला ट्रिब्यूनल में नौ जनवरी को सुनवाई होने वाली है। इसमें एनएसएलटी की ओर से कंपनी के 19 साल का आय-ब्यय का हिसाब मांगा गया है। कोर्ट ने कंपनी के निदेशक मंडल को पत्र लिखकर आय-ब्यय के साथ ऑडिट रिपोर्ट के कागजात मांगे हैं।

कंपनी में लगी आग में साजिश की बू आ रही है। बगैर बिजली वहां (कागजात वाली कार्यालय) आग लगाने का मकसद साक्ष्य को मिटाने का प्रयास है। पेट्रोल छिड़क कर किसी ने जान बूझकर ऐसी हरकत की है। इसकी जांच होने चाहिए। रामविनोद ने कहा कि इससे पूर्व भी जब जेनरल आफिस में आग लगी थी उन्होंने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

रामविनोद सिंह, नेता, इंकैब

आग लगी की घटना दुखद : आरबी

केबुल कंपनी के आग लगी की यह घटना दुखद है। कंपनी की संपत्ति को बर्बाद करने का क्या मतलब है, यहां ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगी किसी ने सोचा नहीं होगा।

आरबी सिंह, पूर्व जीएम, केबुल कंपनी