जिला अस्पताल की स्थिति

- 01 फायर सिलिंडर अस्पताल में सभी वार्ड में लगा है

- 700 से ज्यादा रोजाना जिला अस्पताल में आते हैं मरीज

- 500 के करीब रोजाना महिला अस्पताल में आते हैं मरीज

- 16 वार्ड की संख्या है जिला पुरुष अस्पताल में

- 8 वार्ड की संख्या महिला अस्पताल में

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- महिला अस्पताल ट्रेनिंग सेंटर में भड़की आग, मुश्किल से बुझाई गई

- आवास विकास को पत्र लिखकर बताई जा चुकी है पर्याप्त इंतजाम न होने की बात

बरेली : महाराणा प्रताप जिला संयुक्त चिकित्सालय आग से निपटने के निपटने के लिए तैयार नहीं है। सैटरडे को महिला अस्पताल की इमरजेंसी के सामने बने ट्रेनिंग सेंटर में शॉर्ट सर्किट से आग भड़की तो पुराने सिलिंडर का इस्तेमाल करना पड़ा। बमुश्किल आग पर काबू पाया गया। हालांकि जिला अस्पताल की ओर से आवास विकास विभाग को पत्र लिखकर जवाब दिया था कि आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।

यह है हकीकत

जिला अस्पताल की हॉस्पिटल मैनेजर ने आवास विकास विभाग को आग बुझाने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने को पत्र भेजा है। इस पर आवास विकास विभाग ने पिछले इंतजामों की सूची मांगी तो पता चला कि अस्पताल के वार्डो में सिर्फ एक ही सिलिंडर आग बुझाने के लिए लगा हुआ है।

फायर विभाग का एनओसी से इन्कार

छह माह पहले ही फायर विभाग ने जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल किया तो पता चला कि यहां जो सेक्सन पाइप लगा हुआ था, उसकी हालत जर्जर थी, यह जिस टैंक से जुड़ा हुआ था उसमें पानी तक नहीं था। इस पर एफएसओ ने आग से इंतजाम पूरे न पाए जाने पर एनओसी देने से साफ इन्कार कर दिया था।

वर्जन ::

अस्पताल में आग से निपटने के लिए हर वार्ड में एक सिलिंडर लगा हुआ है। जिसकी रिपोर्ट आवास विकास को भेज दी है। उनसे जल्द इंतजाम मुकम्मल कराने के लिए पत्र लिखा है।

पूजा चौहान, हॉस्पिटल मैनेजर।