- सीएए का विरोध कर रहे नदवा कॉलेज के छात्रों ने पुलिस पर बरसाये पत्थर, 5 जनवरी तक कॉलेज बंद

- हसनगंज पथराव कर रहे उपद्रवियों को खदेड़ने के लिये पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

- इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में भी जमकर बवाल, रोडजाम कर प्रदर्शन, यूनिवर्सिटी 18 जनवरी तक बंद

- 09:30 बजे नदवा में विरोध प्रदर्शन शुरू

- 11:00 बजे प्रिंसिपल ने की समझाने की नाकाम कोशिश

- 11.15 बजे पुलिस हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ा

LUCKNOW:

सिटीजन एमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरोध की आग दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के बाद लखनऊ तक पहुंच गई। बीती रात नदवा कॉलेज के सामने विरोध प्रदर्शन के बाद सोमवार सुबह छात्रों की भीड़ हिंसक हो गई। नाराज छात्रों ने नदवा कॉलेज के भीतर से पुलिस पर जमकर पत्थर बरसाये। पत्थरों की बौछार के बीच पुलिसकर्मियों ने पूरा संयम बरता और दीवार की आड़ में छिपकर अपनी जान बचाई। अधिकारियों से वार्ता के बाद कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज को पांच जनवरी तक बंद कर दिया और हॉस्टल खाली करने के आदेश जारी कर दिये। नदवा कॉलेज से कुछ दूरी पर अज्ञात युवकों ने पुलिस पर पथराव किया। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस दागकर उन्हें खदेड़ा। वहीं, इंटीग्रल यूनीवर्सिटी में भी छात्रों ने रोड जामकर प्रदर्शन किया। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ कर रोड को खाली कराया। एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने राजधानी में धारा 144 लागू कर दी है।

पुलिस ने वापस लौटाया

एएसपी ट्रांसगोमती राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, रविवार रात नदवा कॉलेज में कुछ छात्रों का समूह सड़क पर निकलकर प्रदर्शन करने लगा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाबुझाकर शांत कराया और कॉलेज के भीतर भेज दिया था। सोमवार सुबह करीब 9.30 बजे एक बार फिर नदवा कॉलेज के छात्र सैकड़ों की संख्या में बाहर निकल आए और हनुमान सेतु रोड की ओर बढ़ने लगे। जिन्हें पुलिस ने बंधे पर रोक लिया और वापस नदवा कॉलेज भेज दिया। कॉलेज गेट पर पहुंचते ही छात्र एक बार फिर नारेबाजी करने लगे।

डीएम, एसएसपी ने समझाया

बवाल बढ़ता देख डीएम अभिषेक प्रकाश और एसएसपी कलानिधि नैथानी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने की कोशिश की। अधिकारियों व कॉलेज के शिक्षकों द्वारा समझाने पर अधिकांश छात्र कॉलेज के भीतर चले गए लेकिन, करीब दो दर्जन छात्र कॉलेज के गेट पर ही बैठकर धरना देने लगे। कॉलेज प्रशासन की मानें तो वे बाहरी छात्र थे और छात्रों को भड़काने का काम कर रहे थे। इसी बीच कॉलेज के छात्र एक बार फिर से बाहर निकल आए और नारेबाजी करने लगे।

पुलिस पर बरसाये पत्थर

सुबह 11 बजे कॉलेज के प्रिंसिपल मौलाना सइदुर्रहमान नदवी बाहर निकले और प्रदर्शनकारी छात्रों को समझाने की कोशिश की। पर, छात्रों ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। आखिरकार 11.15 बजे पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए छात्रों को कॉलेज के भीतर कर दिया। इस पर छात्र भड़क उठे और उन्होंने पहले पुलिस पर चप्पल, गमले व कुर्सियां फेंकी। इस पर पुलिस ने कॉलेज का गेट बंद कर दिया तो प्रदर्शनकारियों ने भीषण पथराव शुरू कर दिया। अचानक शुरू हुए पथराव से हैरान पुलिसकर्मियों ने दीवार से सटकर अपनी जान बचाई। करीब आधे घंटे बाद छात्र अपने हॉस्टलों में चले गए।

उपद्रवियों पर हवाई फायरिंग

नदवा कॉलेज में हालात सामान्य हुए ही थे कि कॉलेज से करीब 200 मीटर दूर मुकारिम नगर स्थित शबाब मार्केट के बगल की गली से निकले युवकों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। जवाब में बंधे पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने टीयर गैस के गोले दाग और लाठी फटक कर उन्हें खदेड़ा। हालांकि आईजी एसके भगत ने बताया कि उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए टीयर गैस दागी गई थी। इसके बाद पुलिस ने इलाके में रूट मार्च कर लोगों से अपने घरों के भीतर रहने की हिदायत दी। इधर, आईजी एसके भगत, डीएम अभिषेक प्रकाश और एसएसपी कलानिधि नैथानी के बुलावे पर नदवा कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल मौलाना अब्दुल अजीज भटकली और पीआरओ मौलाना फैजान नगरामी वार्ता करने के लिये बंधे पर आए।

नदवा कॉलेज 5 जनवरी तक बंद

आईजी, डीएम व एसएसपी के साथ करीब 10 मिनट तक चली वार्ता के बाद वाइस प्रिंसिपल भटकली ने नदवा कॉलेज पांच जनवरी तक बंद करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि छात्रों से तुरंत प्रभाव से हॉस्टल खाली करने को कहा जा रहा है। जिसके बाद छात्र पुलिस की अभिरक्षा में कॉलेज से अपने घरों की ओर निकल गए। डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि बवाल के दौरान की वीडियो के जरिए पथराव कर रहे उपद्रवियों की शिनाख्त कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में भी बवाल, छुट्टी घोषित

नदवा कॉलेज में चल रहे हंगामे के बीच गुडंबा एरिया स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के छात्र भी सड़क पर निकल आए और रोड जामकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जानकारी मिलने पर गुडंबा, जानकीपुरम व मडि़यांव पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को लाठी पटककर यूनिवर्सिटी के भीतर खदेड़ दिया। हंगामे की जानकारी मिलने पर डीएम अभिषेक प्रकाश और एसएसपी कलानिधि नैथानी आनन-फानन इंटीग्रल यूनिवर्सिटी पहुंचे और यूनिवर्सिटी प्रशासन से वार्ता की। जिसके बाद यूनिवर्सिटी को 18 जनवरी तक के लिये बंद कर दिया गया और छात्रों को हॉस्टल खाली करने के आदेश जारी कर दिये। जिसके बाद छात्र सामान लेकर अपने घरों को रवाना हो गए।

पुलिस के खराब प्रबंधन से बिगड़े हालात

रविवार को दिल्ली के जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस की कार्रवाई के विरोध में राजधानी के नदवा कॉलेज के छात्र रविवार देररात सड़क पर निकल आए थे और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। करीब एक घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस के समझाने-बुझाने के बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गए थे और अपने हॉस्टल चले गए। हालांकि, इस विरोध प्रदर्शन के बावजूद लखनऊ पुलिस ने नदवा कॉलेज के बाहर फोर्स तैनात करना उचित नहीं समझा और देररात पूरी फोर्स को वहां से हटा दिया गया। नतीजतन, सोमवार सुबह एक बार फिर छात्र सड़क पर निकल आए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। उस वक्त उन्हें रोकने के लिये पुलिस मौजूद नहीं थी।

जिले में धारा-144 लागू

डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि किसी भी अप्रिय परिस्थिति से बचने के लिये जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के वक्त जिले में लागू की गई जोनल व सेक्टर स्कीम को फिर से एक्टिव कर दिया गया है। इसके तहत सभी जिम्मेदार अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मुस्तैद रहने के निर्देश दिये गए हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी कानून का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा सभी थानों के इंस्पेक्टर्स को पीस कमेटी की बैठकें आयोजित करने के लिये निर्देश दिये गए हैं।

कुछ उपद्रवी तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी। कोई घायल नहीं हुआ, न ही नुकसान पहुंचा है। सतर्कता के चलते कॉलेज प्रशासन ने खुद अवकाश घोषित कर दिया है। हालात सामान्य हैं। एहतियातन छात्रों को घर भेजा जा रहा है।

अभिषेक प्रकाश, डीएम

चंद उपद्रवी तत्वों ने जिनमें कुछ बाहरी भी थे, उन्होंने पथराव किया। ऐसे अराजक तत्वों को चिह्नित किया है। कॉलेज प्रशासन भी मदद कर रहा है। वीडियो फुटेज और सीसीटीवी की मदद ली जा रही है।

- कलानिधि नैथानी, एसएसपी