-एसएसडी प्लाजा में आग लगने के कारणों की जांच करने पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम

-वेडनसडे को प्लाजा के सेकंड फ्लोर पर लगी थी आग

बरेली : वेडनसडे को एसएसडी प्लाजा में आग लगी थी, फायर विभाग की चुस्ती के चलते बड़ी जन हानि होने से बच गई. थर्सडे को सीएफओ और एफएसओ ने टीम के साथ प्लाजा का निरीक्षण किया तो यहां आग से सुरक्षा के मानक तो दूर पूरी बिल्डिंग में आग से निपटने का एक भी उपकरण तक टीम को नहीं मिला. टीम ने प्लाजा में बनी दुकानों के मालिक से जानकारी जुटाकर रिपोर्ट तैयार कर ली है. अब विभाग बीडीए को अग्रिम कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजेगा.

एसी की डक्टिंग से भड़की आग

प्लाजा के सेकेंड फ्लोर पर अचानक एसी का इंडोर यूनिट फटने से आग लगी, आग से कैफे में लगा शीशा टूटा हवा तेज चलने के कारण आग बेकाबू हो गई और डक्टिंग के माध्यम से अन्य फ्लोर पर भी आग फैल गई. प्लाजा के सेकेंड फ्लोर में नौ एसी लगे थे, आग लगने से सबके सब खाक हो गए.

एक करोड़ कैफे में लगाए, फायर उपकरण कहां हैं

प्लाजा के निरीक्षण के दौरान जब सीएफओ ने कैफे ओनर अक्षय कुमार से जानकारी ली तो पता चला कि कैफे बनाने में एक करोड़ की लागत आई है, लेकिन फायर उपकरण लगवाने की जहमत किसी ने नही उठाई.

फायर विभाग से नहीं ली थी एनओसी

एसएसडी प्लाजा ओनर ने कई बार फायर विभाग से एनओसी को आवेदन किया था जिस पर विभाग की ओर से तर्क दिया गया कि पहले निरीक्षण किया जाएगा, इसके बाद ही एनओसी जारी की जाएगी. एनओसी मिले बिना ही प्लाजा में धड़ल्ले से कारोबार जारी था.

मैं शहर से बाहर हूं

निरीक्षण के दौरान जब फायर विभाग के अफसरों ने प्लाजा ओनर सुनील खत्री से जानकारी लेने के लिए फोन किया तो ओनर ने उन्हें यह कहकर टाल दिया कि सर मैं शहर से बाहर हूं आकर जानकारी दूंगा.

वर्जन

प्लाजा में निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार का फायर उपकरण लगा नहीं पाया गया. रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को भेजी जाएगी. जिसके बाद ही कार्रवाई होगी.

सोमदत्त सोनकर, एफएसओ.

वर्जन

फायर विभाग की एनओसी संबंधी जानकारी मिलने के बाद प्लाजा पर नियमानुसार अवश्य कार्रवाई की जाएगी.

दिव्या मित्तल, वीसी बीडीए