- रिंग रोड-समता मूलक चौराहा लिंक रोड में कई जगह सड़क धंसी, मौरंग-गिट्टी डालकर अधिकारियों ने डाला पर्दा

- किसान पथ की सर्विस लेन में फिर पड़ी दरारें, पॉलीथिन डालकर ऐब छिपाने की कोशिश

रिंग रोड-समता मूलक चौराहा लिंक रोड

- 180 करोड़ की लागत से हुआ है निर्माण

- 05 किलोमीटर है लिंक रोड की लंबाई

- 06 लेन का है लिंक रोड

- 05 लाख की आबादी को मिली है राहत

- 50 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं हर रोज

LUCKNOW: जिन दो प्रमुख प्रोजेक्ट्स को लखनऊ के विकास का प्रतिमान बनाकर पेश किया जा रहा है, राजधानी में बीते तीन दिन से जारी बारिश ने उनकी कलई खोलकर रख दी है। आलम यह है कि रक्षामंत्री व राजधानी से सांसद राजनाथ सिंह के इन दोनों ड्रीम प्रोजेक्ट्स पर पहले ही मानसून ने पानी फेर दिया है। हम बात कर रहे हैं रिंग रोड-समता मूलक चौराहा लिंक रोड व किसान पथ की सर्विस लेन की। इन दोनों ही प्रोजेक्ट्स में पड़े गड्ढे व दरारों को छिपाने की अधिकारी भरपूर कोशिश कर रहे हैं लेकिन, असलियत छिपाये नहीं छिप रही है।

180 करोड़ की लागत से बनी लिंक रोड

गुडंबा, कुर्सी रोड, इंदिरानगर और विकासनगर कॉलोनियां बसने से राजधानी का विस्तार तो हुआ लेकिन, सड़कें वही पुरानी थीं। नतीजतन, इन इलाकों से जिसे भी शहर गोमतीनगर, हजरतगंज या पुराने शहर की ओर आना होता था उसे कपूरथला, महानगर या फिर मुंशी पुलिया होकर आना पड़ता था। जिसके चलते इन इलाकों में भी दिनभर जाम लगा रहता था। इसी के मद्देनजर लखनऊ के पूर्व सांसद व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासन में रिंग रोड-समता मूलक चौराहा लिंक रोड की नींव रखी गई। हालांकि, कुकरैल पुल के करीब रक्षा मंत्रालय की जमीन होने की वजह से इस रोड पर बनने वाले इकलौते ओवरब्रिज के निर्माण में अड़चन आ गई। राजधानी के सांसद बनने के बाद राजनाथ सिंह ने इसे चुनौती के रूप में लिया और तमाम अड़चनों को दूर करते हुए इस रोड का निर्माण संपन्न कराया। 180 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह रोड पांच किलोमीटर की है, जिसके जरिए महज 10 मिनट में समता मूलक चौराहा से रिंग रोड पहुंचा जा सकता है।

मानसून में ही धंसने लगी सड़क

रक्षामंत्री व राजधानी के सांसद राजनाथ सिंह ने इस लिंक रोड का बीते मार्च महीने में लोकार्पण किया था। जिसके बाद लखनवाइट्स को खासी सहूलियत हो गई थी। हालांकि, महज छह महीने बीतते-बीतते सितंबर महीने में हुई झमाझम बारिश ने इस सड़क के निर्माण में बरती गई लापरवाही को उजागर कर दिया। यह रोड कई जगह फुटपाथ साइड से धंस गई। रक्षामंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में सामने आई इस खामी ने अधिकारियों के हाथ-पैर फुला दिये। लिहाजा उन्होंने आनन-फानन धंसे हिस्से को गिट्टी व मौरंग से पाट दिया और बारिश रुकने के बाद इस पर डामरीकरण की तैयारी है। इतना ही नहीं, कई जगह पर फुटपाथ भी धंस गए हैं और उनकी टाइल उखड़ गई है। हालांकि, इस सड़क के महज छह महीने में यह हाल होने के चलते इसके निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

बॉक्स।

किसान पथ की सर्विस लेन में भी दरारें

सिर्फ रिंग रोड-समता मूलक चौराहा लिंक रोड पर ही बारिश का कहर नहीं बरपा हुआ है। किसान पथ की सर्विस लेन भी बारिश की वजह से दरकने लगी है। आलम यह है कि अयोध्या रोड-कुर्सी रोड पैच की सर्विस लेन में दरारें पड़ गई हैं। यह हाल तब है जब इस रोड को व‌र्ल्ड क्लास गुणवत्ता का बताया जा रहा था। हालांकि, इस सर्विस लेन का बड़ा हिस्सा कुछ माह पहले ही धंस गया था। लेकिन, तब पानी के कटाव को वजह बताकर अधिकारियों ने इस पर से पल्ला झाड़ लिया था। हालांकि, इस बार सड़क के बीचोबीच दरारें पड़ चुकी हैं। लिहाजा इस बार अधिकारियों ने इस पर कई सौ मीटर की पॉलीथिन बिछाकर इन दरारों को छिपाने की कोशिश की है।

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कोट

लिंक रोड में आई खराबी के संबंध में पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता एके सिंह से वार्ता हुई है। उन्होंने बताया है कि एक दो जगह दिक्कत आई थी जिसे दूर कर लिया गया है तथा रोड पर कूड़े की वजह से जलजमाव के कारण हो रही क्षति को देखते हुए कूड़ा हटवाने की कार्रवाई की जा रही है।

- दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि