अमेरिका में पहली मौत
इबोला वायरस से संक्रमित लाइबेरियाई नागरिक थॉमस एरिक डंकन की टेक्सास राज्य के डलास हॉस्पिटल में बुधवार को मौत हो गई. अमेरिका में इबोला वायरस से मौत की इस पहली घटना ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सचेत कर दिया है. हॉस्पिटल के प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिका में इबोला से मौत का यह पहला मामला है अब हमें काफी सतर्क रहना होगा. इसके साथ ही इस वायरस से निपटना भी हमारे लिये बड़ी चुनौती साबित होगा.

अमेरिका की सतर्कता पर उठे सवाल

वेस्ट अफ्रीका से बाहर वायरस फैलने की आशंका ने अधिकारियों को चिंतित कर दिया है. 20 सितंबर को डंकन लाइबेरिया से अमेरिका आया था, तबसे उसके संपर्क में आने वाले लगभग 48 लोगों की निगरानी की जा रही है. डंकन की मौत ने वायरस से निपटने की अमेरिका की तैयारी व एयरपोर्ट प्रशासन की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिये. डंकन अपने परिजनों से मिलने के लिये डलास आने के बाद बीमार पड़ गया. इसके बाद 25 सितंबर को वह डलास हॉस्पिटल गया, जहां डॉक्टरों ने एंटीबायोटिक दवायें देकर उसे वापस भेज दिया. हालत बिगड़ने पर 28 तारीख को उसे फिर हॉस्पिटल लाया गया, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका.

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