फ‌र्स्ट के छात्र ने रची अपहरण की कहानी

- कक्षा फ‌र्स्ट के छात्र ने पांच घंटे दौड़ाए रखा पुलिस को

- पुलिस ने बच्चे की तलाश में कई घंटे चलाया चेकिंग अभियान

-सख्ती से पूछताछ करने पर छात्र ने पुलिस के सामने आई हकीकत

मेरठ : मदरसे में पढ़ने वाले आठ वर्षीय छात्र ने धर्म गुरु की मार से बचने के लिए अपने दोस्त के अपहरण की अफवाह फैला दी। पांच घंटे बाद पुलिस के सामने सच्चाई आई तो पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई।

क्या है मामला

मेडिकल थाना क्षेत्र के कमालपुर निवासी खलील का आठ वर्षीय बेटा सुहैब गांव के मदरसे में कक्षा फ‌र्स्ट में पढ़ता है। शनिवार सुबह सात बजे सुहैब अपने घर से तैयार होकर मदरसे में पढ़ने के लिए गया। इसी बीच वह अपने हाथ पैर बांधकर स्कूल के पास झाडि़यों में छिप गया। इसी दौरान वहां से उसका दोस्त राशिद निकला तो उसने कहा कि वह अपने दोस्त अयान के साथ मदरसे में पढ़ने आ रहा था। इसी दौरान बाइक सवार चार बदमाश अयान का अपहरण करके ले गए। जब उसने शोर मचाया तो उसके हाथ पैर बांधकर झांडि़यों में फेंक गए। अयान के अपहरण की सूचना से पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। आनन - फानन में कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। अपहरण हुए अयान नाम के बच्चे की तलाश शुरू कर दी।

पुलिस ने की तलाश

पुलिस ने गांव के कमालपुर के सभी अयान नाम के बच्चे की तलाश शुरू कर दी। गांव में सभी अयान नाम के बच्चे अपने घर में मिले। इसके साथ मदरसे में पढ़ने वाले अयान नाम के बच्चे भी पढ़ते हुए मिले। पुलिस को समझने में देर न लगी कि मामले में कई कुछ गड़बड़ है।

बच्चे से की पूछताछ

एसपी सिटी मान सिंह चौहान व सीओ रितेश सिंह ने बच्चे से सख्ती से पूछताछ की। घटनाक्रम की बार- बार जानकारी हासिल की। इसके बाद बच्चा घटनाक्रम हर बार गलत बताने लगा। इसके बाद पुलिस ने सख्ती बरती तो बच्चे ने सारी हकीकत पुलिस को बयां कर दी।

रचा था अपहरण का नाटक

एसओ मेडिकल मो। असलम का कहना है कि पूछताछ में निकल कर आया कि बच्चे को मदरसे में धर्मगुरु मारपीट करता था, जिससे वह मदरसे में पढ़ना नहीं चाहता था। वह अपने भाई के साथ निजी पब्लिक स्कूल में पढ़ना चाह रहा था। मदरसे छोड़ने के लिए उसने यह अपहरण का नाटक रचा।

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बच्चे का कोई अपहरण नहीं हुआ था। धर्मगुरु की पिटाई से बचने के लिए छात्र ने अपहरण का नाटक रचा था।

-मान सिंह चौहान

एसपी सिटी