आयोग के निर्देश पर बना सर्विस वोटर्स के लिए ऑनलाइन वोटिंग का प्रारूप

काउंटिंग से पहले सर्विस वोटर की डाक मिल सके, इसलिए की गई कवायद

Meerut. सर्विस वोटर्स के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पहली बार लोकसभा चुनाव में इलेक्ट्रानिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम (ईटीपीबीएस) को डेवलेप किया गया है. आयोग ने फ‌र्स्ट टाइम सेंटर फॉर डेवलेपमेंट ऑफ एडवांस कम्प्यूटिंग (सी-डीएसी) की मदद से पूर्ण सुरक्षित दोहरी लेयर का ऑनलाइन सिस्टम विकसित किया है. सर्विस वोट की ऑनलाइन सिक्योरिटी यूनीक क्यूआर कोड से होगी. ओटीपी और पिन से यूटीपीबी की डुप्लीकेसी को रोका जाएगा. सर्विस वोटर्स के शत-प्रतिशत वोट की आम चुनाव में भागेदारी के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने यह अहम कदम उठाया है.

सर्विस वोटर्स के लिए सुविधा

देश की सुरक्षा और आम चुनावों में तैनाती के मद्देनजर सर्विस वोटर्स अपने मूल निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के लिए नहीं पहुंच पाते हैं. ऐसे मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया में शामिल करने के लिए पोस्टल बैलट की प्रक्रिया का अबतक संचालन हो रहा है. हालांकि कई बार ऐसे केसेज भी सामने आए जब सर्विस वोटर का वोट निर्वाचन कार्यालय को मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद मिला तो वहीं कई बार निर्वाचन कार्यालय द्वारा भेजा गया पोस्टल बैलेट वोटर को मिला ही नहीं. भारत निर्वाचन आयोग ने पहली बार सर्विस वोटर के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की है. आयोग द्वारा ईटीपीबीएस के माध्यम से इस बार फौजी मतदाता अपने वोट का कॉस्ट करते हुए समय से उसे संबंधित निर्वाचन कार्यालय को भेज सकते हैं.

समझ लें प्रक्रिया

सर्विस मतदाता का निर्वाचन कार्यालय के जरिए बैलेट पेपर पर एक क्यूआर कोड जेनरेट किया जाएगा. जिसे ऑनलाइन मतदाता को भेजा जाएगा.

ईटीपीबी सर्विस वोटर के यूनिट अफसर/कमांडर को भेजा जाएगा. जहां से यह स्पेशल कोड जेनरेट कर सर्विस वोटर को उपलब्ध कराया जाएगा.

इस बैलेट पेपर को मतदाता प्रिंटर के जरिए निकालेगा और इसके बाद उस पर अपनी मुहर (सही का निशान) लगाकर संबंधित निर्वाचन कार्यालय को पोस्ट करेगा.

निर्वाचन कार्यालय में इन सभी मतपत्रों को एकत्रित किया जाएगा. इसके बाद मतगणना के दिन इन मतपत्रों को क्यूआर स्कैनर के माध्यम से सत्यापित किया जाएगा.

इस सत्यापन में यह देखा जाएगा कि जो क्यूआर कोड निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किया गया है, ये वही क्यूआर कोड है अथवा नहीं.

साथ ही इस क्यूआर कोड का प्रयोग एक मतदाता एक ही बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेगा. यह सारी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी.

सर्विस मतदाता में शामिल

सभी सैन्यकर्मी, अ‌र्द्धसैनिक बलों के अधिकारी व जवान. भारत सरकार के अधीन विदेश में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी तथा राज्य के वह पुलिस अफसर जो प्रतिनियुक्ति पर दूसरे राज्य में तैनात हैं. इनमें अफसरों और कर्मियों की पत्‍ि‌नयों को भी सर्विस मतदाता माना गया है. मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र में अभी तक करीब 9 हजार सर्विस वोटर्स को चिह्नित कर लिया गया है, फिलहाल यह प्रक्रिया जारी है.

ईटीपीबीएस सिस्टम के तहत सर्विस वोटर को ऑनलाइन पोस्टल बैलेट उपलब्ध कराया जाएगा. ओटीपी, पिन और क्यू आर कोड से सुरक्षित इस पोस्टल बैलेट डुप्लीकेसी नहीं हो सकेगी. मतगणना से पूर्व पोस्टल बैलेट निर्वाचन कार्यालय को प्राप्त हो जाए, इस दिशा में निर्वाचन आयोग का यह अभूतपूर्व कदम है.

ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, एडीएम एलए एवं नोडल अधिकारी पोस्टल बैलेट