RANCHI: नव वर्ष के आगमन और 2019 को अलविदा कहने के लिए देश-दुनिया में लोगों ने अपने अंदाज में जश्न मनाया। कहीं नाच-गाने का आयोजन हुआ तो कहीं लोग नशे में झूमे। इसी नए साल के जश्न में सिटी के लोग एक रात में पांच करोड़ रुपए की शराब गटक गए। एक दिन की रिकॉर्ड ब्रिकी से उत्पाद विभाग को जमकर आमदनी हुई है। नए वर्ष के स्वागत के लिए शहर के होटल, रेस्टोरेंट और क्लबों में पार्टियां हुईं। इसमें लोगों ने खूब जाम छलकाए। रोचक यह है कि शराब परोसने के लिए होटल-बार के अलावा अस्थाई लाइसेंस जारी किए गए।

शराब बिक्री का नया रिकार्ड

आलम यह रहा कि शराब दुकानों में आधी रात से भी ज्यादा समय तक लोगों की भीड़ देखी गई। रांची में 31 दिसंबर की रात को एक ही दिन में पांच करोड़ की शराब बिक्री ने नया रिकॉर्ड कायम किया है। 31 दिसंबर की शाम से लेकर देर रात तक न्यू ईयर का जश्न रहा। रांची में शराब और बीयर की रिकार्ड बिक्री हुई है। रिकॉर्ड ब्रिकी इस बात पर इशारा करती है कि रांची में न्यू ईयर के जश्न में शराब का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। शहर के बीयर बार, होटल आदि में जमकर जाम छलके।

उत्पाद विभाग का टारगेट हासिल

साल 2018 की विदाई के दिन की स्थिति देखें तो चार करोड़ रुपये की शराब गटकी गई और साल 2019 की विदाई के अंतिम दिन पांच करोड़ रुपये की शराब व बीयर की बिक्री हुई है। शराब बिक्री के बढ़ते आंकड़ों से सरकार को जमकर राजस्व प्राप्त हो रहा है। उत्पाद विभाग के आंकडों के अनुसार 31 दिसंबर को कुल पांच करोड़ की शराब के जाम छलकाए गए। ऐसे में उत्पाद विभाग को अधिक लक्ष्य प्राप्त होने का दावा किया जा रहा है।

3.5 करोड़ की अंग्रेजी शराब

बदलते परिवेश के साथ न सिर्फ लोगों के खानपान का तरीका बदला है, बल्कि उनके जीने के तौर तरीकों में भी बदलाव आया है। इसका पता इस बात से लगाया जा सकता है कि 31 दिसंबर की रात को पांच करोड़ रुपये की शराब गटक ली गई। इसमें साढे़ तीन करोड़ रुपये की अंग्रेजी शराब और डेढ़ करोड़ की बीयर की ब्रिकी हुई। हालांकि नए साल के बहाने पीने-पिलाने का दौर अभी थमा नहीं है।

अभी भी छलकाए जा रहे जाम

इतना ही नहीं, हफ्ते भर बाद भी शाम को महफि ल सज रही है और पैग लगाए जा रहे हैं। शराब दुकानदारों का कहना है कि अंग्रेजी और देसी शराब की खरीदारी सामान्य दिनों की तुलना में अधिक हो रही है। रांची के लोग हर त्योहार को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं तो वो चाहे न्यू ईयर हो या फि र होली, दिवाली हो। इस बार भी नए साल का जश्न जमकर मनाया है। उत्पाद विभाग को भी उम्मीद नहीं थी कि इतनी मात्रा में शराब बिकेगी और राजस्व मिलेगा। इसकी एक वजह यह भी है कि शराब की अधिकृत दुकानों के अलावा होटल और रेस्टोरेंट में भी इसे परोसा गया।