35 दिन बाद शुरू हुआ पाइपलाइन की मरम्मत का काम

34 टैंकर हैं जलकल के पास, ज्यादातर नहीं हैं दुरुस्त

आधे शहर में गहरा सकता है जलसंकट

अफसरों का दावा-टैंकरों से होगी आपूर्ति

आगरा। 35 दिन गुजर जाने के बाद जलकल को लीकेज मेन राइजिंग पाइपलाइन की मरम्मत की याद आयी है। शनिवार शाम से जलकल विभाग के अफसरों ने गुरु का ताल के पास आरओबी के नीचे लीकेज मेन राइजिंग पाइप लाइन की मरम्मत का काम शुरू करने की बात कही है। इससे पांच दिनों तक पेयजलापूर्ति की दिक्कत होगी। आधे शहर को पांच दिन तक जलसंकट से जूझना पड़ सकता है। हालांकि जलकल के अफसरों का कहना है कि टैंकरों से आपूर्ति की जाएगी, लेकिन ज्यादातर टैंकर बदहाल स्थिति में हैं।

कैसे होगी टैंकरों से जलापूर्ति

जलकल के पास लगभग टैंकरों की स्थिति ठीक नहीं है। ज्यादातर टैंकर लीकेज और सही अवस्था में नहीं हैं। ऐसे में पेयजलापूर्ति कैसे संभव हो पाएगी। 1400-1600 एमएम की मेन राइजिंग पाइपलाइन से आधे शहर को पेयजलापूर्ति की जाती है। इसकी मरम्मत होने से बड़े एरिया की जलापूर्ति बाधित होगी। जलकल के अफसरों का कहना है कि इन इलाकों में टैंकरों से आपूर्ति की जाएगी।

जलकल ने बनाया जलापूर्ति कंट्रोल रूम

जलकल विभाग ने आधे शहर में जलापूर्ति करने के लिए कंट्रोल रुम बनाया है। शनिवार शाम से पेयजलापूर्ति बाधित हो जाएगी। जलकल के अफसरों के अनुसार तीन से चार दिन तक आपूर्ति पूरी तरह बाधित रहेगी।

ये इलाके होंगे प्रभावित

शनिवार शाम से शाहगंज, लोहामंडी, संजय प्लेस, सूर्य नगर, लॉयर्स कॉलोनी, निर्भय नगर, अदन बाग, दयालबाग, आवास विकास कॉलोनी, सिकन्दरा, जयपुर हाउस, बोदला, ट्रान्स यमुना कालोनी आदि क्षेत्र में आपूर्ति बाधित रहेगी। जलकल विभाग के अफसरों ने लोगों को आगाह किया है कि वे पर्याप्त मात्रा में पेयजल का भंडार कर लें।

टैंकर मंगवाने के लिए इन नंबरों पर करें संपर्क

शहर में पेयजलापूर्ति के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। पानी का टैंकर मंगवाने के लिए कंट्रोल रूम के नंबर 8192095401, 402 अधिशासी अभियंता अनवर ख्वाजा के नंबर 8192095207 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा सहायक अभियंता शशिकांत चौबे 8192095214 पर संपर्क कर सकते हैं।

जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स प्लांट पर चल रहा है रिन्यूवल का काम

जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स के 90 एमएलडी के प्लांट को रिन्यूवल किया जा रहा है। शनिवार को प्लांट के रिन्यूवल का काम जारी था। इस बारे में जलकल के महाप्रबंधक ने बताया कि ये काम महीने-डेढ़ महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद गंगाजल के आने की उम्मीद है। सबसे ज्यादा दिक्कत ट्रांस यमुना इलाके में रहती है। वहां के लिए 20-25 पानी के टैंकर सप्लाई के लिए भेजे जाते हैं। यह भी पेयजल आपूर्ति बाधित होने का कारण है।

जीवनी की मंडी वाटर व‌र्क्स प्लांट:

- 03 प्लांटों की संख्या

- 45 एमएलडी

-90 एमएलडी

- 90 एमएमडी

-225 एमएलडी कुल आपूर्ति

89-90 एमएलडी पानी की आपूर्ति

- 50 फीसदी पानी शोधन में वेस्ट हो रहा है।

सिकंदरा प्लांट

288 कुल एमएलडी के दो प्लांट

144 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति हो रही है

- एक प्लांट तैयार किया जा रहा है।

- 100-120 एमएलडी पानी की आपूर्ति

नहीं हो सका समाधान

यमुना पार ट्रांस यमुना एरिया में पानी की गंभीर समस्या व्याप्त है। वर्ष 2014 में पेयजल संकट के कारण झगड़े में दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी। इसी समस्या को देखते हुए फरवरी 2015 में 3379.71 लाख अर्थात् लगभग 33 करोड़ की लागत से त्वरित राहत पेयजल योजना स्वीकृत की गई थी। इस प्रोजेक्ट में 16 टयूबवैल, अन्डरग्राउन्ड पाइप लाइन, वाटर टैंक बनाए गए। इसके अलावा 8500 मी। पाइप आपूर्ति के लिए बिछायी गई। इसके बावजूद भी पेयजल समस्या का समाधान नहीं हो सका।