-साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में करीब करीब डेढ़ दर्जन दागी उम्मीदवार थे मैदान में

-लोकसभा चुनाव में लखनऊ संसदीय सीट से पांच दागी कैंडीडेट उतरे मैदान में

LUCKNOW: इस बार लोकसभा चुनाव में लखनऊ से उतरे उम्मीदवारों में पिछली बार की अपेक्षा इस बार ऐसे कैंडीडेट्स की संख्या कम है जिनके खिलाफ कहीं कोई केस दर्ज रहा हो। लखनऊ से चुनाव लड़ रहे ख्9 कैंडीडेट में सिर्फ पंाच कैंडीडेट ऐसे हैं जिनके खिलाफ कहीं न कहीं कोई केस रजिस्टर है और मुकदमा चल रहा है। इसमें कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी भी शामिल हैं।

आचार संहिता का उल्लंघन

इलेक्शन लड़ रहे पांच कैंडीडेट्स में रीता जोशी का नाम भी शामिल है। रीता के खिलाफ लखनऊ में ही वर्ष ख्0क्ख् में हुए विधानसभा चुनाव में जब वह कैंट से चुनाव लड़ रही थी उसी समय आचार संहिता के उल्लंघन का केस रजिस्टर हुआ था। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। इसके अलावा चार दूसरे कैंडीडेट हैं जिनके खिलाफ कई स्थानों पर केस दर्ज है।

एक्सटॉर्शन का भी मामला

नागरिक एकता पार्टी के कैंडीडेट रबी दूबे के खिलाफ एक्सटॉर्शन और गाली-गलौज का केस रजिस्टर है। यह केस लखनऊ के तालकटोरा थाने में दर्ज है। दूसरे कैंडीडेट हैं संजीव मेहरोत्रा। मुरादाबाद में रहने वाले संजीव मेहरोत्रा पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने समेत कई केस रजिस्टर हैं। संजीव बहुजन क्रांति पार्टी की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं। इंडीपेंडेंट चुनाव लड़ रहे मनोज के खिलाफ सेक्शन ब्0म् के तहत हजरतगंज थाने में केस रजिस्टर है। इसका जिक्र मनोज कुमार ने अपने हलफनामे में किया है। इसी तरह एक और इंडीपेंडेंट कैंडीडेट के खिलाफ हसनगंज में केस रजिस्टर है। हलफनामे में बताया गया है कि लेन-देन से सम्बंधित केस रजिस्टर है।

ख्0क्ख् में थे कई दागी

इससे पहले लखनऊ में हुए विधानसभा चुनाव में लखनऊ शहर की पांच सीटों पर डेढ़ दर्जन से अधिक ऐसे कैंडीडेट खड़े थे, जिनके खिलाफ केस रजिस्टर थे। लखनऊ सेंट्रल से कई कैंडीडेट आपराधिक प्रवृत्ति के शामिल थे। इसमें कांग्रेस पार्टी के फाकिर सिद्दीकी का भी नाम शामिल था, जिनके खिलाफ कई केस लखनऊ के अलग-अलग थाने में दर्ज है। इसी तरह लखनऊ उत्तर सीट से बीएसपी के उम्मीदवार अरुण द्विवेदी के खिलाफ भी कई संगीन धाराओं में केस दर्ज थे। इसके अलावा कई और उम्मीदवारों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस रजिस्टर था।