कोरोना संदिग्ध को टीबी वार्ड में कर दिया था एडमिट

मची खलबली, संदिग्ध का सैंपल जांच के लिए भेजा गया केजीएमयू

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कुछ दिन पहले शिकायत करने आया था। सिम्पटम्स के बेस पर डॉक्टर ने एक्सरे कराया और दवा देकर घर भेज दिया। गुरुवार को फिर से पेशेंट अस्पताल पहुंच गया। सांस लेने में तकलीफ बतायी तो उसे उसे टीबी वार्ड में भर्ती करा दिया गया। गुरुवार को उसका सैम्पल लेकर टेस्ट के लिए लखनऊ भेज दिया गया। साथ ही एहतियाती कदम के तौर पर दो डाक्टर और तीन नर्सो को आइसोलेट कर दिया गया है। यह मामला एसआरएन हॉस्पिटल का है। इस प्रकरण को लेकर हॉस्पिटल स्टॉफ में खलबली मच गयी है।

मुंबई से घर लौटा है युवक

कोरोना सस्पेक्ट बताया जा रहा यह युवक कोरांव का रहने वाला है। यह 20 वर्षीय युवक मुंबई के एक होटल में काम करता था। कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद वह लास्ट वीक मुंबई से अपने घर आ गया। मंगलवार को उसे सांस लेने में तकलीफ हुई तो वह स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के कोरोना ओपीडी में पहुंचा। ओपीडी में मौजूद डॉक्टर ने एक्स-रे कराया। सिम्टम्स के आधार पर प्रोफाइल तैयार की और फिर टीबी का मरीज बताते हुए उसे दवा दे दी। उस दिन उसे घर भेज दिया गया। गुरुवार की सुबह युवक को सांस लेने में तकलीफ बढ़ गयी तो वह फिर एसआरएन अस्पताल के कोरोना ओपीडी में पहुंचा। डॉक्टर ने गंभीर हालत देखते ही उसे 17 नंबर के टीबी वार्ड में भर्ती करा दिया।

रखा गया है वेंटीलेटर पर

वार्ड में तैनात डॉक्टर्स ने ऑक्सीजन लगाते हुए उसे इंजेक्शन दिया। लक्षण देखने पर डॉक्टरों को यह अंदेशा हुआ कि वह कोरोना का संदिग्ध मरीज है। इसकी सूचना टीबी रोग के वरिष्ठ चिकित्सक को दी गई, वह भी मौके पर आए तो उन्होंने भी कोरोना का संदिग्ध बताया। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। पूरे अस्पताल में खलबली मच गई। आनन-फानन में मरीज को आइसोलेशन वार्ड में ले जाकर भर्ती किया गया। उसका इलाज करने वाले दो डॉक्टर और तीन नर्सो को भी अलग अलग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। टीबी वार्ड में भर्ती अन्य मरीज भी भयभीत हो गए हैं। संदिग्ध मरीज के परिवार और अन्य लोगों को भी ट्रेस किया जा रहा है जिनके संपर्क में वह आया था।

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पांच साल की उम्र में हुई थी टीबी :

संदिग्ध मरीज से पूछताछ करने पर पता चला कि वह जब पांच साल का था तो उसे टीबी की बीमारी हुई थी। दवा चलने के बाद वह ठीक भी हो गया था। इसी के बेस पर मंगलवार को उसे चेक करने वाले और फिर गुरुवार को प्राइमरी ट्रीटमेंट के बाद टीबी वार्ड में रिफर करने वाले डॉक्टर सवालों के घेरे में हैं।

एसआरएन अस्पताल में एक संदिग्ध मरीज को भर्ती किया गया है। उसका सैंपल लखनऊ के केजीएमयू के लैब में भेजा गया है। उसके संपर्क में आने वाले स्टाफ मेम्बर्स भी आइसोलेट किए गए हैं।

-डॉ। गणेश प्रसाद,

नोडल अधिकारी, कोरोना वायरस।