- लखनऊ के छह खिलाड़ी भी एशियाई खेलों में दिखाएंगे अपना दम
LUCKNOW : इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में 18 अगस्त से शुरू हो रहे एशियाई खेलों में लखनऊ के शेर भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेकरार हैं। शहर के छह खिलाडि़यों के साथ प्रदेश के करीब तीन दर्जन खिलाड़ी विदेशी सरजमीं पर तिरंगा फहराने के लिए दम दिखाने को तैयार हैं। यह पहला मौका है जब यूपी से इतना बड़ा दल एशियाई खेलों में शामिल होगा। जिसमें हैंडबॉल गेम में दो खिलाड़ी लखनऊ के हैं। इसके अलावा हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया, एथलीट सुधा सिंह और चिंता यादव ने बाबू स्टेडियम में बने खेल विभाग के हॉस्टल में रह कर ट्रेनिंग पूरी की है। जूडो में शामिल विजय कुमार ने यहां पर साई कैम्पस में ट्रेनिंग पूरी की है।
सुधा सिंह : 3000 मीटर स्टीपलचेज
लखनऊ हॉस्टल में ट्रेनिंग करने वाली सुधा सिंह ने ग्वांगझू एशियाई खेल में नए कीर्तिमान बनान के साथसाथ स्वर्ण पदक जीता था। इंचियोन एशियाई खेल में वह पदक जीतने से चूक गई थीं। हालांकि वह तीन एशियाई चैंपियनशिप में पदक हासिल कर चुकी हैं। दो ओलंपिक और तीन वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुकी सुधा सिंह जकार्ता में मेडल जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
चिंता यादव-3000 मीटर स्टीपलचेज
एथलीट चिंता यादव ने लखनऊ हॉस्टल से ट्रेनिंग ली। चिंता यादव ने 2005 में लखनऊ हॉस्टल में एडमीशन लिया। और यहां पर कोच बिमला सिंह की देखरेख मे प्रैक्टिस की। नेशनल चैंपियनशिप में चिंता ने सुधा को पीछे छोड़ दिया था।
राहुल दुबे और इंदु गुप्ता: हैंडबॉल
हैंडबॉल की भारतीय टीम में शामिल राहुल दुबे और महिला टीम में शामिल इंदु गुप्ता लखनऊ के हैं। दोनों ने राजधानी के चौक स्टेडियम में तैनात कोच सीमा भट्ट से ट्रेनिंग ली।
वंदना कटारिया : हॉकी
भारतीय हॉकी टीम में शामिल वंदना कटारियां ने बाबू स्टेडियम से ही हॉकी की ट्रेनिंग ली। उन्होंने हॉस्टल में रहते हुए ही भारतीय टीम में जगह बनाई। चार साल हॉस्टल में रहने वाली वंदना लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही हैं।
विजय कुमार : जूडो
साई सेंटर के कैम्पस में जूडोका विजय कुमार भी जकार्ता में जीत के लिए जोर आजमाइश करेंगे। उन्होंने जूडो की ट्रेनिंग साई सेंटर में कोच सुषमा अवस्थी से ली है। उनके पास भी इंटरनेशनल लेवल पर खेलने का खासा अनुभव मौजूद है।
हैंडबॉल में यूपी के अन्य खिलाड़ी
देवरिया- मंजुला पाठक
कानपुर- ज्योजित शुक्ला
एथलीट
मुरादाबाद-सरिता-हैमर थ्रो
मेरठ-अनुरानी-जैवलिन थ्रो
चंदौली-शिवपाल-जैवलिन
बुलंद शहर-मोनिका चौधरी -1500 मीटर
मेरठ- सीमा पूनिया-डिस्कस थ्रो
निशानेबाजी
मेरठ- रवि -10 मीटर एयर राइफल
मेरठ- शिराज शेख-स्कीट
बागपत-अखिल-50 मीटर राइफल,
कानपुर-शिवम शुक्ला-25 मीटर रैपिड फायर
जौहड़ी-सीमा तोमर-ट्रैप
रोइंग
गाजीपुर- मनीष यादव
बागपत-अक्षत कुमार
राहुल गिरी बुलंदशहर
बुलंदशहर- अरविंद सिंह
सॉफ्ट टेनिस
गोरखपुर- कमलेश शुक्ला
इलाहाबाद-नमिता सेठ
कबड्डी
बागपत-राहुल चौधरी
गाजियाबाद-साक्षी कुमारी
कुश्ती
मुज्जफरनगर- दिव्या काकरान - 69 केजी वेटकैटेगिरी
बागपत-संदीप तोमर - 57 केजी वेटकैटेगिरी
हॉकी
वाराणसी- ललित उपाध्याय
जूडो
लखनऊ- विजय कुमार
जिमनास्टिक
इलाहाबाद- आशीष कुमार
होगी धनवर्षा
एशियाई खेलों में मेडल लाने वाले खिलाडि़यों पर धन वर्षा के लिए खेल विभाग तैयार है। खेल विभाग के अनुसार एशियाई खेलो में हिस्सा लेने वाले खिलाडि़यों को पांच-पांच लाख रुपए देकर पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं व्यक्तिगत इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले को 50 लाख, रजत पदक जीतने वाले को 30 लाख और कांस्य पदक जीतने वाले को 15 लाख रुपए का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले को 30 लाख, रजत पदक जीतने वाले को 15 लाख और कांस्य पदक जीतने वाले को 10 लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा स्वर्ण पदक हासिल करने वाले खिलाडि़यों को सीधे राजपत्रित अधिकारी की नौकरी दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
कोट
प्रदेश के खिलाड़ी लगातार दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उम्मीद है कि एशियाई खेलों में भी प्रदेश के खिलाड़ी मेडल जीत कर देश और प्रदेश दोनों का नाम रोशन करेंगे।
टीपी हवेलिया
उपाध्यक्ष, यूपीओए