- वर्ष 2016 जैसी बन रही है स्थिति, टोंस नदी के चढ़ाने के चलते बैक फ्लो मार रही नदियां

- हर घंटे 6 से 7 सेमी की रफ्तार से बढ़ रहा है जलस्तर, तीन से चार दिन हालात बने रहने के संकेत

- हथिनीकुंड से भी छोड़ा गया पानी

PRAYAGRAJ: नदियों के बढ़ते जलस्तर से फिलहाल निजात नही मिलने वाली है। परिस्थितियां बता रही कि अगले दो से तीन दिन तक पानी के बढ़ने की रफ्तार बनी रहेगी। इसका असर लोगों के जन जीवन पर देखने को मिलेगा। जानकारों का कहना है कि इस साल की स्थिति वर्ष 2016 की बाढ़ से मिलती जुलती हैं। उस बार टोंस नदी में उफान से आने वाला पानी आगे बढ़ने के बजाय बैक फ्लो होकर शहर के निचले इलाकों में घुस गया था। इस बार भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है।

कम हुई रफ्तार लेकिन थमी नही

रविवार सुबह गंगा-यमुना के जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार 12 से 13 सेमी प्रति घंटे थी। दोपहर बाद यह घटकर 6 से 7 सेमी प्रति घंटे पर आ गई। बाढ़ खंड विभाग के अधिकारियों का कहना था कि बढ़ने की यह रफ्तार अगले दो से तीन दिन तक बनी रहेगी। अगर बारिश हुई तो खतरे के निशान को जल्द पार कर सकता है। आइए देखते हैं कब कितना बढ़ा नदियों का जलस्तर-

समय फाफामऊ का जलस्तर नैनी का जलस्तर वृद्धि (सेमी प्रति घंटे)

सुबह 5 बजे 80.49 मीटर 80.50 मीटर 9 से 10

आठ बजे 80.76 मीटर 80.74 मीटर 8

दस बजे 80.94 80.90 14 से 16

दोपहर 12 बजे 81.10 81.06 5

2 बजे 81.23 81.21 6 से 7

शाम 4 बजे 81.35 81.33 6

खतरे का निशान- 84.73 मीटर

आपदा राहत केंद्र फोन नंबर- 0532- 2641577 और 78

कब-कब क्रास हुआ लेवल और अधिकतम जलस्तर

वर्ष गंगा का जलस्तर यमुना का जलस्तर

1978 88.39 मीटर 87.99 मीटर

1983 86.73 86.56

1984 85.16 85.03

1994 85.63 85.06

2003 85.98 85.65

2013 86.82 मीट र 86.60 मीटर

2016 86.16 मीटर 86.02 मीटर

कब बंद होगा कौन सा गेट

गेट बंदे होने का जलस्तर

बक्शी बांध- 80.90 मीटर

मोरी गेट 81.70

चाचर नाला 83.10

ममफोर्डगंज 84.00

गेट नंबर 9 82.70

गेट नंबर 13 81.90

ईसीसी 82.70

गेट नंबर 1 से 5 83.70

शहर में कुल बाढ़ राहत केंद्र- 19

बचाव और राहत के लिए उपलब्ध नावें

बड़ी नाव- 50

मझोली नाव- 1500

छोटी नाव- 500

मां गंगा ने बजरंग बली को नहलाया

पिछले साल की तरह इस बार भी बंधवा स्थित श्रीहनुमान मंदिर में गंगा का पानी रविवार देर शाम प्रवेश कर गया। यह देखकर भक्तों ने जमकर मां गंगा और बजरंग बली के जय-जयकार के नारे लगाए। मौके पर सेल्फी लेने वालों का तांता लगा रहा। भक्तों ने गंगा में डूबे हनुमानजी की सेल्फी और वीडियो को खूब शेयर किया। पिछले वर्ष भी मां गंगा द्वारा बजरंग बली को स्नान कराया गया था।

वर्जन

लगातार नदियों में जलस्तर की वृद्धि बनी हुई है। रफ्तार कम हुई है लेकिन यह क्रम अगले दो से तीन दिन तक बना रहेगा। खतरे का निशान नदियां क्रास कर सकती हैं। जैसे जैसे पानी बढ़ रहा है, नदियों का गेट बंद किया जा रहा है।

ब्रजेश कुमार, ईई, बाढ़ खंड इकाई